गोरखपुर में बनेगा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, गोरखनाथ मंदिर की झलक के साथ बनेगा ‘गोरक्षधाम’ जैसा आइकॉन
गोरखपुर में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनने वाला है. इसके निर्माण को पूरा करने की समय-सीमा दो साल रखी गई है. गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन के पास ताल नदौर में 50 एकड़ जमीन पर फैला यह स्टेडियम उत्तर प्रदेश का चौथा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैदान होगा.
सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह जिले को जल्द ही बड़ी सौगात मिलने वाले हैं. यहां विश्व स्तरीय अंतराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाने की तैयारी चल रही है. इसके लिए कैबिनेट ने बुधवार यानी 12 नवंबर को बाई सर्कुलेशन के जरिए स्टेडियम की लागत करीब 392 करोड़ रुपये तय कर दी है. इसमें स्थिति के अनुसार और भी इजाफा हो सकता है.
सरकार ने इस स्टेडियम के निर्माण के लिए सबसे कम बोली लगाने वाली नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कंपनी (एनसीसी) को विभागीय दर से अधिक दर पर ठेका देने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी है. माना जा रहा है दो महीने के अंदर इस स्टेडियम का शिलान्यास हो जाएगा. इस स्टेडियम के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए दो साल का लक्ष्य रखा गया है.
EPC मोड पर बनेगा स्टेडियम, 30 हजार दर्शक क्षमता
स्टेडियम का निर्माण इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (EPC) मोड पर होगा. गोरखपुर-वाराणसी फोरलेन के पास ताल नदौर में 50 एकड़ जमीन पर फैला यह स्टेडियम उत्तर प्रदेश का चौथा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैदान बनेगा. फिलहाल कानपुर और लखनऊ में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम हैं. इसके अलावा वाराणसी में तीसरा बनकर तैयार होने वाला है.
ये रहेंगी स्टेडियम की खास बातें
इस स्टेडियम की खास बात ये होगी कि यहां 30 हजार तक दर्शक बैठ सकेंगे. स्टेडियम के अंदर मुख्य मैदान और प्रैक्टिस को मिलाकर 11 पिचें होंगी. साथ ही यहां 1500 वाहनों को पार्क करने की सुविधा होगी. मुख्य परिसर तकरीबन 45 एकड़ में फैला होगा और अन्य सुविधाएं 5 एकड़ में होंगी.
गोरखनाथ मंदिर की झलक, बनारस मॉडल से प्रेरित डिजाइन
यह स्टेडियम गोरखपुर एयरपोर्ट से 23.6 किमी, राप्तीनगर बस अड्डे से 22 किमी और गोरखपुर जंक्शन से सिर्फ 20 किमी दूर है. जैसे वाराणसी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर के गुम्बद और डमरू की थीम तय की गई है. वैसे ही गोरखपुर स्टेडियम में गोरखनाथ मंदिर की आध्यात्मिक झलक दिखेगी.गोरखनाथ मंदिर की झलक, बनारस मॉडल से प्रेरित डिजाइन
मुख्य प्रवेश द्वार, स्टैंड की डिजाइन और थीमैटिक एलिमेंट्स में गोरक्षपीठ की वास्तुकला और योगी परंपरा का समावेश होगा.गोरखनाथ मंदिर की भव्यता, नाथ पंथ की गरिमा और सीएम योगी की खेल नीति का संगम यहीं दिखेगा. प्रमुख सचिव नियोजन आलोक कुमार ने बताया, स्टेडियम सिर्फ खेल का केंद्र नहीं, बल्कि गोरखपुर की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक बनेगा.
काम शुरू करने की मिली तत्काल अनुमति
निर्माण एजेंसी एनसीसी को काम शुरू करने की तत्काल अनुमति मिल गई है. दो महीने में शिलान्यास और दो साल में पूरा स्टेडियम तैयार करने का प्लान है. इसमें आधुनिक ड्रेनेज सिस्टम, फ्लडलाइट्स, वीआईपी बॉक्स, मीडिया सेंटर, जिम, इंडोर प्रैक्टिस एरिया जैसी सभी अंतरराष्ट्रीय सुविधाएं होंगी.
खेल निदेशक डॉ आर पी सिंह ने क्या बताया?
उत्तर प्रदेश के खेल निदेशक डॉ आर पी सिंह ने TV9 से बात करते हुए कहा कि गोरखपुर अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम 2 साल में बनाकर तैयार हो जाएगा. जिस कंपनी को काम दिया गया है उसे इसे तय समय तक पूरा करने का निर्देश दिया गया है. सीएम योगी जैसा चाहते हैं उसे डिजाइन पर गोरखपुर स्टेडियम बनेगा. जिसमें 30000 की क्षमता होगी. इसके अलावा कई आधुनिक चीजें भी गोरखपुर अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में नजर आएंगे.
CM योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट
यह स्टेडियम सीएम योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है. पूर्वांचल में क्रिकेट को बढ़ावा देने और गोरखपुर को खेल हब बनाने की दिशा में यह मील का पत्थर साबित होगा. स्थानीय खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी और अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी से क्षेत्र में पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा.
