न बिजली, न गर्मी का कोई उपाय… हरदोई नवोदय विद्यालय में 20 बच्चे बीमार, 2 को किया रेफर
नवोदय विद्यालय में लगातार बच्चे बीमार हो रहे हैं. विद्यालय प्रशासन की जिस तरीके से बयान बाजी सामने आ रही है उसे लापरवाही साफ उजागर हो रही है. बताया जा रहा है कि बच्चे गर्मी और बिजली की समस्या के कारण बीमार हो गए हैं. 20 से अधिक बच्चों को इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.

उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के नवोदय विद्यालय में बिजली की समस्या के कारण बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं बीमार हो गए हैं. वोल्टेज कम होने से क्लास रूम में लगे पंखे बहुत धीमी गति से चल रहे थे. बारिश के बाद उमस भरी गर्मी से छात्रों को परेशानी हुई, जिससे 20 से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए हैं. इनमें से 12 बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जबकि गंभीर हालत के चलते दो छात्राओं को जिला अस्पताल रेफर करना पड़ा है.
नवोदय विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य रमेश सिंह ने मामले को सामान्य बताया है. उन्होंने कहा कि विद्यालय में न तो खाने की समस्या है, न पानी की समस्या है. बल्कि भीषण गर्मी के कारण बच्चे लगातार बीमार हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि हर दिन 4 से 5 बच्चे गर्मी के कारण से बीमार हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि रात से देर शाम तक 20 से ज्यादा बच्चों को अस्पताल ले जाया गया है. हरदोई के डीएम ने अस्पताल पहुंचकर बच्चों का हालचाल जाना है.
रात में छोले-पूड़ी खाए थे बच्चे
हरदोई के नवोदय विद्यालय में बीमार पड़े बच्चों में शैलजा, पुत्री आशीष (कक्षा 10), पूजा, पुत्री राजबहादुर (कक्षा 9), राखी पुत्री नारायण (कक्षा 11), सिया पुत्री जवानपाल (कक्षा 9), और हिमांशी पुत्री रामकिशोर (कक्षा 10) प्रमुख रूप से शामिल हैं. जानकारी के मुताबिक, सभी बच्चों ने रात में छोले-पूड़ी का भोजन किया था. खाना खाने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ी थी जिन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
नवोदय विद्यालय में लगातार बीमार हो रहें बच्चों को लेकर स्कूल प्रशासन बयान बाजी करने में लगा है. इससे लापरवाही साफ उजागर हो रही है. हालांकि, सभी बच्चों को हरदोई के मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. मामला जिले पर आने से जिला प्रशासन भी हरकत में आया है. जिलाधिकारी ने मेडिकल कॉलेज में पहुंचकर बच्चों का हाल-चाल जाना है. और लापरवाही की आशंका जताई है.
हरदोई डीएम ने दिए जांच के आदेश
हरदोई के जिला अधिकारी अनुनय ने भी मामले को सामान्य करार दिया. उन्होंंने बताया कि कुछ बच्चियों को सफोकेशन की शिकायत के चलते भर्ती कराया गया था. जिसके बाद कुछ को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से ही छुट्टी दे दी गई थी. कुछ बच्चियों हरदोई मेडिकल कॉलेज में भर्ती है, जिन्हें हम अभी देख कर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. लापरवाही पकड़ने जाने पर आवश्यक कार्यवाही की जाएगी.



