क्या है ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद? कानपुर से भड़की चिंगारी अब देशभर में फैली; जानें पूरी कहानी
'I Love Muhammad' ट्रेंड उत्तर प्रदेश के कानपुर से शुरू हुआ, अब ये पूरे देश में फैल गया है. देश के अलग-अलग शहरों में मुस्लिम समाज सड़कों पर उतर आए हैं. इस दौरान कई जगहों पर उनका सामना पुलिस से भी हुई. अब यह धीरे-धीरे विवाद का रूप लेती नजर आ रही है.
उत्तर प्रदेश के कानपुर में सबसे पहले ‘I Love Muhammad’ ट्रेंड की शुरूआत हुई थी. 5 सितंबर को कानपुर के रावतपुर में बारावफात जुलूस निकाला गया. इस दौरान जुलूस के रास्ते में एक जगह ‘I Love Muhammad’ लिखा साइन बोर्ड देखा गया था. इसपर हिंदू पक्ष ने विरोध जताया. साथ ही एक ‘नई परंपरा’ शुरू करने का आरोप लगाया. इसके बाद अन्य जिलों में भी जुलूस निकलने लगे. इस दौरान पुलिस पर पथराव की भी घटना सामने आई.
‘I Love Muhammad’ जुलूस अब कानपुर के अलाव लखनऊ, गाजीपुर, उन्नाव, बरेली और महाराजगंज में भी निकाले जा रहे हैं. जो धीरे-धीरे विवाद का रूप लेने लगी है. जुलूस में विवादित और भड़काऊ नारे ‘सर तन से जूदा’ लग रहे हैं. युवा अपने हाथों में बैनर और धार्मिक झंडा लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान कई लोगों पर एफआईआर भी दर्ज किया गया.
पुलिस के मुकदमा दर्ज करने पर भड़का मुस्लिम समाज
दरअसल, कानपुर में जुलूस के दौरान अलग स्थान पर एक टेंट लगा कर आई लव मोहम्मद का एक बैनर लगा दिया गया. इसपर विरोध हुआ तो पुलिस पहुंची और दोनों पक्षों को शांत किया. इसके दो घंटे बाद टेंट और बैनर को हटा लिया गया. लेकिन एक नया विवाद सामने आ गया. दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर धार्मिक पोस्टर फाड़ने का आरोप लगा दिया.
कुछ दिन सब ठीक रहा, इस बीच 9 सितंबर को कानपुर पुलिस ने मुस्लिम समाज के 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर दिया. जिसके बाद यह विवाद का रूप ले लिया और अन्य शहरों में भी जुलूस निकलने लगे. हालांकि, पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) दिनेश त्रिपाठी ने कहा कि बैनर या आई लव मोहम्मद के साइन बोर्ड पर कोई FIR दर्ज नहीं की गई है.
असदुद्दीन ओवैसी के बयान के बाद और भड़का विवाद
अब यह यूपी के अन्य जिलों के साथ देश के अलग-अलग हिस्सों में फैल गया है. जुलूस के दौरान भड़काऊ नारे लगाए जा रहे हैं और जमकर प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं, इसमें राजनीतिक पार्टियों के बयान आने पर भी बवाल बढ़ा है. AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने इसपर कहा कि I LOVE MOHAMMAD बोलना जुर्म नहीं है. अगर है तो इसकी हर सज़ा मंज़ूर है.
बीते दिन लखनऊ में सपा नेत्री सुमैया राणा इसको लेकर प्रदर्शन करती नजर आईं. वह अन्य महिलाओं के साथ हाथों में तक्तियां लेकर विधानसभा पहुंची. इस दौरान जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद पुलिस ने सभी महिलाओं को हिरासत में लेकर धरना स्थल इको गार्डन में भेज दिया था. वहीं, FIR के खिलाफ उन्नाव में भी प्रदर्शन हुआ.
उन्नाव में जुलूस के दौरान लगे ‘सर तन से जुदा’ के नारे
उन्नाव में भी लोगों ने सड़क पर उतरकर जमकर बवाल काटा. इस दौरान जुलूस में ‘सर तन से जुदा’ के नारे भी लगाए गए. उन्नाव शहर और गंगाघाट नगर पालिका परिषद में प्रदर्शन किया गया. इस दौरान जुलूस में शामिल कुछ युवकों को पुलिस ने हिरासत में लिया तो माहौल और बिगड़ गया. लोगों ने पथराव शुरू कर दिया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी.
वहीं, मुस्लिम समुदाय और धर्मगुरुओं ने साफ कहा है कि अपनी मोहब्बत का इजहार करना कोई गुनाह नहीं है. पुलिस दावा कर रही है कि “आई लव मोहम्मद” लिखने पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ, लेकिन सवाल उठ रहा है कि फिर आखिरकार कार्रवाई क्यों की गई? कानून हमें अपने नबी से मोहब्बत जाहिर करने की पूरी आज़ादी देता है.