कानपुर में पहले भी हो चुका है दो-दो अधिकारियों की तैनाती का विवाद
कानपुर में डीएम और सीएमओ के बीच चल रहा विवाद अभी भी वैसा ही बना हुआ है. यह पहला मामला नहीं है. पहले भी डीएम और नगर आयुक्त के बीच ट्रांसफर की वजह से तनाव की देखने को मिला था. आईटीआई में दो प्रिंसिपलों का मामला भी इसी तरह की समस्या को सामने लाता है. जानते हैं ऐसा पहले कब हुआ था.

कानपुर में डीएम और सीएमओ के बीच विवाद बढ़ गया है. अभी तक तो इस मसले का कोई हल नहीं निकला है लेकिन, दो कुर्सी के लिए ये अपनी तरह का पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी दो ऐसे मामले आए थे जहां डीएम और नगर आयुक्त के बीच विवाद की बात सामने आई थी. उस समय भी ट्रांसफर को लेकर ही विवाद चला था. इसके अलावा दो-दो अधिकारी एक कुर्सी पर जैसा मामला भी पहले हो चुका है.
बात कुछ साल पहले की है तब शहर की डीएम रोशन जैकब थी और नगर आयुक्त हुआ करते थे उमेश प्रताप सिंह. उस दौरान शहर में मौजूद फूलमंडी को हटाने और स्थापित करने को लेकर दोनों अधिकारियों के बीच तनाव बढ़ गया था. तनातनी इतना ज्यादा बढ़ गया था कि तत्कालीन नगर आयुक्त उमेश प्रताप सिंह का तबादला हो गया था. इसके दस महीने बाद उमेश प्रताप सिंह का तबादला फिर से कानपुर कर दिया गया था. इस मामले को लेकर चर्चा शहर में खूब हुई.
आईटीआई में दो-दो प्रिंसिपल
आज कानपुर में दो-दो सीएमओ होने पर चर्चा हो रही है लेकिन, इसी शहर के टेक्निकल इंस्टीट्यूट आईटीआई में भी दो-दो प्रिंसिपल होने का मामला सामने आ चुका है. एक साल पहले तबादला होने पर आईटीआई के प्रिंसिपल डॉ नरेश कुमार ने तबादला आदेश को हाइकोर्ट में चुनौती दी थी.
उनकी जगह पर शासन की ओर से अमित पटेल को प्रिंसिपल बनाया गया था. हाइकोर्ट से स्टे लेने के बाद नरेश कुमार संस्थान पहुंच गए थे और उस दिन संस्थान के दो-दो प्रिंसिपल हो गए थे. बाद में डॉ नरेश कुमार के ऊपर कुछ आरोप लगे थे जिसके बाद उनको सस्पेंड कर दिया गया था. यह मामला भी शहर में काफी चर्चा का विषय बना था.
वहीं कानपुर सीएमओ की कुर्सी के बवाल का दिन दूसरे दिन भी वैसा ही बना रहा. फिलहाल, हाई कोर्ट का स्टे लेने के बाद कानपुर CMO की कुर्सी पर काबिज हुए. डा. हरिदत्त नेमी गुरुवार को भी सीएमओ ऑफिस पहुंचे अपनी कुर्सी पर बैठकर काम शुरू किया.



