अगर पिता की बात मान ली होती तो बिग बॉस के विनर नहीं बन पाते ‘कानपुर’ के गौरव खन्ना

बिग बॉस 19 के विनर गौरव खन्ना कानपुर के रहने वाले हैं. उनके पिता विनोद खन्ना ट्रांसपोर्टर हैं. बिग बॉस से ऑफर आने के बाद पिता ने गौरव को बिग बॉस ना जाने की सलाह दी. अगर उस वक्त गौरव अपने पिता की बात मान लेते तो आज ना बिग बॉस का हिस्सा होते और ना ही ट्रॉफी जीत पाते.

कानपुर के गौरव खन्ना बने बिग बॉस के विनर

माता पिता की सलाह हमेशा बच्चों के भले के लिए होती है. उनकी बातें हमेशा माननी चाहिए. लेकिन कई बार किस्मत को कुछ और ही मंजूर होता है. बिग बॉस के विनर गौरव खन्ना के साथ भी ऐसा ही हुआ. उनके पिता ने उनको बिग बॉस में जाने से मना किया था लेकिन टीवी अभिनेता गौरव खन्ना ने बिग बॉस सीजन-19 का खिताब जीतकर न केवल अपनी छवि चमकाई, बल्कि परिवार को भी गर्व का पल दिया. मुंबई में रविवार को हुए ग्रैंड फिनाले में गौरव को ट्रॉफी के साथ 50 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिला.

कई शोज में नजर आ चुके हैं कानपुर के गौरव खन्ना

गौरव, जो सीआईडी और अनुपमा जैसे लोकप्रिय शोज में नजर आ चुके हैं, अब रियलिटी शो के विजेता बन चुके हैं. उनके पिता विनोद खन्ना कानपुर में ट्रांसपोर्टर हैं. उन्होंने बताया कि उन्होंने बेटे को इस विवादास्पद शो में जाने से रोका था, लेकिन गौरव की जिद ने उन्हें सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाया.

पिता ने गौरव को बिग बॉस में जाने से किया था मना

उन्होंने आगे कहा कि “जब बिग बॉस का ऑफर आया, तब गौरव कानपुर में था. मैंने उसे समझाया कि बेटा, यह कंट्रोवर्सी वाला शो है, इसमें मत पड़ो, छवि खराब हो सकती है. लेकिन उसने कहा, कोई बात नहीं, एक बार जाकर देखते हैं, एक्सपीरियंस मिलेगा. उम्मीद नहीं थी कि वह विजेता बनेगा, लेकिन अब उसके जीतने पर इतना प्राउड फील कर रहा हूं कि बता नहीं सकता. पहले भी कई अवॉर्ड जीते हैं, मगर ऐसी खुशी कभी नहीं हुई.” विनोद ने बताया कि गौरव को कानपुर की मलाई मक्खन, जलेबी, खस्ता, कचौड़ी और जैकेट बहुत पसंद हैं. वह हमेशा अपनी जड़ों को याद करता रहता है.

मां ने बताया बचपन से जिद्दी थे गौरव

गौरव की मां शशि खन्ना ने बताया कि गौरव बचपन से बहुत जिद्दी है. जो ठान लेता है, उसे हासिल करके ही मानता है. इसलिए बचपन में खूब मार खाई है. इसी जिद ने उसे इस मुकाम तक पहुंचाया. जब शो में देखा, तो उम्मीद थी कि वह जीतने की कोशिश करेगा, लेकिन पहले से कुछ कह नहीं सकते थे. रिश्तेदार शुरू से कहते थे कि इस बार गौरव ही विनर बनेगा.

एक्टिंग की दुनिया में ऐसे पहुंचे गौरव खन्ना

मां शशि खन्ना ने आगे बताया कि गौरव ने कानपुर के जयपुरिया स्कूल से पढ़ाई की, फिर पीपीएन डिग्री कॉलेज से बीकॉम किया. 2003 में एमबीए के लिए मुंबई गया. वहां पहुंचकर गौरव को मॉडलिंग का मौका मिला. एक दिन दोस्त को बाइक से छोड़ने गया था, जहां मॉडलिंग करने वाले लोगों ने उसे जॉब छोड़ इस फील्ड में करियर बनाने की सलाह दी. मैंने कहा जॉब छोड़कर कैसे, लेकिन उसने करके दिखाया. जल्द ही ‘भाभी’ सीरियल में दो दिन का रोल मिला. फिर ‘कुमकुम’ में श्रवण का किरदार. इसके बाद ‘मेरी डोली तेरे अंगना’, ‘ये प्यार ना होगा कम’, ‘रब ने बना दी जोड़ी’, ‘संतान’, ‘चंद्रकांता’ और ‘सीआईडी’ जैसे शोज में लीड रोल किए. फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.

गौरव के परिवार में हैं ये सदस्य

गौरव के परिवार में पिता विनोद, मां शशि, बड़ी बहन प्रिया मेहरोत्रा लखनऊ में रहती हैं, पति डॉ. सुलभ मल्होत्रा ऑर्थोपेडिक सर्जन हैं. 2016 में गौरव की शादी मुंबई की आकांक्षा से हुई. फिलहाल सिविल लाइंस स्थित घर पर जीत की खुशी में लोगों की भीड़ जुटी हुई है. विनोद ने कहा कि मैंने बेटे से कहा था, अपना ध्यान रखना और कंट्रोवर्सी से दूर रहना. आज वह विजेता बनकर लौटा है. यह जीत गौरव की मेहनत और परिवार के समर्थन का नतीजा है. कानपुर से मुंबई तक का सफर अब एक प्रेरणा बन गया है.