NCR की तर्ज पर बनेगा SCR… लखनऊ समेत 6 शहरों की बदलेगी सूरत, 71 करोड़ पास
लखनऊ समेत आसपास के 6 जिलों को शामिल करते हुए लखनऊ-SCR (राज्य राजधानी क्षेत्र) बनाने की तैयारी है. एससीआर का क्षेत्रफल 26,700 वर्ग किलोमीटर का होगा. वर्ल्ड बैंक इसमें मदद कर रहा है. रीजनल प्लान तैयार करने के लिए 71 करोड़ रुपए पास किए गए हैं.

राजधानी लखनऊ समेत आसपास के 6 शहरों का कायाकल्प होने वाला है. लखनऊ जल्द ही दिल्ली-NCR की राह पकड़ेगा. लखनऊ-SCR (स्टेट कैपिटल रीजन) का प्लान तैयार है. इसके तहत लखनऊ, बाराबंकी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव और रायबरेली में नियोजित रूप से विकास और अवस्थापना के कार्य कराए जाएंगे. इससे इन जनपदों में आर्थिक विकास को रफ्तार मिलेगी.
लखनऊ-SCR से इन जनपदों के लोगों को निवास के लिए बेहतर माहौल मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. लखनऊ विकास प्राधिकरण के पारिजात सभागार में शुक्रवार को इसको लेकर एक अहम बैठक हुई. इसमें हाईलेवल कमेटी के चेयरमैन केशव वर्मा के समक्ष योजना का प्रेजेन्टेशन दिया गया. एससीआर का क्षेत्रफल लगभग 26,700 वर्ग किलोमीटर होगा.
एक साल में रीजनल प्लान तैयार किया जाएगा
इस मौके पर प्रमुख सचिव आवास एवं शहरी नियोजन विभाग पी गुरूप्रसाद, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, मण्डलायुक्त डॉ. रोशन जैकब, प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार, आवास बंधु के निदेशक रवि जैन और मुख्य नगर नियोजक केके गौतम समेत वर्ल्ड बैंक की टीम, शहरी योजनाकार और अभियंता भी उपस्थित थे.
एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि यूपीएससीआर के लिए जीआईएस आधारित क्षेत्रीय महायोजना तैयार किया जाना है. इसके लिए कंसल्टेंट के रूप में एईकॉम इंडिया प्रवाईट लिमिटेड और एजीस इंडिया कन्सल्टिंग इंजीनियर्स प्रालि के कंसोर्टियम का चयन किया गया है. कंपनी 71 करोड़ रुपए की लागत से 1 साल में रीजनल प्लान तैयार करेगा. इसके बाद अगले 5 साल के लिए डीपीआर तैयार होगा.
SCR का क्षेत्रफल 26,700 वर्ग किलोमीटर होगा
प्रथमेश कुमार ने बताया कि एससीआर का क्षेत्रफल लगभग 26,700 वर्ग किलोमीटर होगा. इसमें शामिल लखनऊ, सीतापुर, उन्नाव, हरदोई, बाराबंकी और रायबरेली में आधारभूत सुविधाओं को बेहतर किया जाएगा. जनपदों के बीच हाई स्पीड कनेक्टिविटी का प्रावधान किया जाएगा. इसके तहत मिसिंग रोड नेटवर्क को पूर्ण किया जाएगा, रैपिड रेल, रिंग रोड और एक्सप्रेस-वे का काम कराया जाएगा.
एससीआर के लिए वर्ल्ड बैंक करेगा मदद
बैठक में वर्ल्ड बैंक की टीम ने बताया गया कि उनकी सहभागिता से कई विकसित देशों के शहरों में इस तरह का नियोजित विकास किया गया है. टीम के सदस्यों ने बताया कि वह एससीआर को बेहतर ढंग से विकसित करने के लिए इस तरह की सफल परियोजनाओं की सूचनाएं साझा करेंगे. एससीआर के रीजनल प्लान में हेरिटेज व सांस्कृतिक विरासत को भी सहेजा जाएगा.
उपाध्यक्ष ने बताया कि एससीआर में शामिल अन्य जनपदों की तुलना में लखनऊ अधिक विकसित है. आसपास के जनपदों से रोजाना हजारों लोग व्यवसाय, नौकरी, स्वास्थ्य, शिक्षा समेत विभिन्न कारणों से लखनऊ आते हैं. एससीआर के धरातल पर उतरने से अन्य जनपदों में भी समानांतर रूप से विकास होगा. इससे निवेश बढ़ेगा, रोजगार व व्यवसाय के अवसर सृजित होंगे.