‘मर्डर होने वाला है… ‘ HC के जज को भेजा ईमेल, कौन है लखनऊ जेल में बंद ठगों का सरदार अनुभव मित्तल?
लखनऊ जेल में बंद 3700 करोड़ के ठगी का मास्टरमाइंड अनुभव मित्तल एक बार फिर सुर्खियों में है. उसने इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक जज को ईमेल भेजकर लखनऊ बेंच के एक जज की हत्या की धमकी दी है. हालांकि जांच में खुलासा हुआ कि यह मेल उसने जेल में बंद एक अन्य कैदी को फंसाने के लिए भेजी थी. इस वारदात के लिए उसने एक पुलिस कांस्टेबल के फोन का इस्तेमाल किया था.
उत्तर प्रदेश के लखनऊ की जिला कारागार में बंद 3700 करोड़ के ठगी का मास्टर माइंड अनुभव मित्तल का नया कारनामा सामने आया है. इसने जेल में बैठे-बैठे ही इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक जज को धमकी भरा मेल भेज दिया. इसमें उसने लिखा की हाईकोर्ट के लखनऊ बेंच के जज का मर्डर होने वाला है. इस ईमेल को पढ़ते ही हाईकोर्ट से लेकर शासन और प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन फानन में मामले की जांच कराई गई. पता चला कि यह वारदात नौ साल से लखनऊ की जिला जेल में बंद अनुभव मित्तल ने अंजाम दिया है. ठगों के इस सरदार ने इस वारदात को अंजाम देने के लिए एक पुलिस कांस्टेबल के मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया.
पुलिस की जांच में यह भी साफ हो गया कि यह फर्जी सूचना थी और इस महाठग ने अपने एक साथी कैदी को फंसाने के लिए अंजाम दिया. पुलिस के मुताबिक मामले की जांच में पता चला है कि जेल में बंद एक अन्य कैदी आनंदेश्वर अग्रहरि के साथ अनुभव मित्तल का पिछले दिनों झगड़ा हुआ था. इस झगड़े के बाद अनुभव ने आनंदेश्वर सबक सिखाने की ठान ली और उसे एक नए मुकदमे में फंसाने की कोशिश की. लखनऊ पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इस महाठग ने बड़ी चालाकी से कांस्टेबल अजय कुमार को भरोसे में लिया और उसके फोन से इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज को ईमेल कर दिया.
मामले के खुलासे पर हैरान रह गया कांस्टेबल
पुलिस के मुताबिक उस समय कांस्टेबल अजय कुमार को भी भनक नहीं लगी, लेकिन मामले का खुलासा होने पर वह खुद हैरान रह गया. उसने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसे बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि यह महाठग इस तरह की वारदात को अंजाम दे सकता है. इस घटना के बाद गोसाईंगंज थाना पुलिस ने अनुभव मित्तल के साथ ही कांस्टेबल अजय कुमार के खिलाफ भी आईटी एक्ट, आपराधिक धमकी और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस तो इस मामले की जांच कर ही रही है, जेल प्रशासन ने भी अपने स्तर पर मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है.
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
पुलिस के मुताबिक बीते 4 नवंबर को न्यायिक हिरासत की अवधि पूरी होने पर पुलिस ने अनुभव मित्तल को कोर्ट में पेश किया था. इसी दौरान अनुभव ने कांस्टेबल अजय कुमार को भरोसे में लेकर उनका फोन ले लिया और चुपके से एक नई ईमेल आईडी से इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक जज को ईमेल भेज दिया. उसने अपने ईमेल में वारदात का पूरा इल्जाम अपने साथी कैदी आनंदेश्वर अग्रहरि पर डाल दिया और फोन कांस्टेबल को वापस कर दिया. करीब आधे घंटे बाद ही जज ने अपना ईमेल देखा तो हड़कंप मच गया. आनन फानन में मामले की जांच कराई गई और अब मामले का खुलासा किया गया है.
कौन है मास्टर माइंड अनुभव मित्तल?
लखनऊ पुलिस के मुताबिक फरवरी 2017 से 3700 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया था. इस वारदात में ऑनलाइन ट्रेडिंग स्कीम के जरिए देश भर में करीब 7 लाख लोगों को शिकार बनाया गया था. इस संबंध में अलग अलग राज्यों में धोखाधड़ी, साइबर क्राइम और मनी लॉन्ड्रिंग आदि की धाराओं में 324 से अधिक मुकदमे दर्ज किए गए थे. इनमें सबसे ज्यादा मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज हुए थे और इन सभी मामलों में अनुभव के साथ ही उसकी पत्नी आयुषी मित्तल और पिता सुनील मित्तल आरोपी थे. इसके बाद पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया था और तब से यह शातिर जालसाज लखनऊ की जिला कारागार में बंद है.
