झूठा हलफनामा देकर फंसे BJP नेता प्रदीप शुक्ला, लखनऊ कोर्ट ने रद्द की पार्षदी; सपा के ललित बने नए पार्षद

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीजेपी पार्षद प्रदीप शुक्ला को तगड़ा झटका लग गया है. लखनऊ कोर्ट ने उनकी पार्षदी रद्द कर दी है. अब चुनाव में उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहे ललित तिवारी को नए पार्षद की जिम्मेदारी मिली है. समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार ललित तिवारी वार्ड के नए पार्षद होंगे.

सपा नेता ललित किशोर तिवारी और बीजेपी के प्रदीप शुक्ला (फाइल फोटो)

लखनऊ में बीजेपी पार्षद प्रदीप शुक्ला को शुक्रवार को कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. लखनऊ कोर्ट ने बीजेपी नेता की पार्षदी रद्द कर दी है. प्रदीप शुक्ला नगर निगम चुनाव में शपथ पत्र में गलत जानकारी देने के दोषी पाये गए हैं. फैजुल्लागंज वार्ड से अब उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी समाजवादी पार्टी के ललित तिवारी को नया पार्षद घोषित किया गया है.

लखनऊ कोर्ट ने माना कि शपथ पत्र में जरूरी कागजात नहीं देना और तथ्य छिपाना एक तरह की धांधली है. साक्ष्यों के आधार पर निर्वाचन रद्द किया जाता है. वहीं, इसके बाद कोर्ट ने नगर निगम चुनाव में दुसरे नंबर पर रहे समाजवादी पार्टी के नेता ललित तिवारी को नया पार्षद घोषित कर दिया है. यह सपा उम्मीदवार के लिए बड़ी जीत है.

ललित तिवारी ने कोर्ट में चुनाव को दी थी चुनौती

फैजुल्लागंज वार्ड से चुनाव हारने के बाद सपा प्रत्याशी ने बीजेपी नेता प्रदीप शुक्ला के निर्वाचन को कोर्ट में चुनौती दी थी. सपा नेता ललित तिवारी ने कोर्ट में याचिका दाखिल कर आरोप लगाया कि बीजेपी प्रत्याशी ने नामांकन पत्र गलत भरा था. उनके द्वारा निर्वाचन प्रपत्रों में कुछ जरूरी जानकारियां छिपाई गई थी. जो नामांकन प्रक्रिया के नियमों का उल्लंघन है.

याचिका में कहा गया कि बीजेपी प्रत्याशी का यह उल्लंघन कदाचार की श्रेणी में आता है. इसीलिए बीजेपी उम्मीदवार प्रदीप कुमार शुक्ला का निर्वाचन रद्द किया जाना चाहिए. वहीं, कोर्ट ने सुनवाई के दौरान जरूरी दस्तावेजों, तथ्यों और दलीलों को सुनने के बाद बीजेपी नेता प्रदीप कुमार शुक्ला की पार्षदी रद्द कर दिया है.

कोर्ट के फैसले से संतुष्ट नहीं- बीजेपी नेता प्रदीप शुक्ला

सुनवाई के दौरान लखनऊ कोर्ट ने सभी साक्ष्यों के आधार पर बीजेपी नेता प्रदीप कुमार शुक्ला को दोषी पाया. कोर्ट ने कहा कि नामांकन के दौरान आवश्यक जानकारी न देना गंभीर अनियमितता है. इससे चुनाव की वैधता प्रभावित होती है. साथ ही चुनाव में दुसरे स्थान पर रहे सपा प्रत्याशी ललित तिवारी को नया पार्षद नियुक्त कर दिया है.

वहीं, कोर्ट के फैसले को जहां सपा नेता ललित तिवारी ने न्याय की जीत करार दिया है. वहीं, बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. प्रदीप कुमार शुक्ला ने कहा कि वो कोर्ट के फैसले से संतुष्ट नहीं हैं. वह इस फैसले के खिलाफ दोबारा कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे. उन्होंने कहा कि अभी सभी कानूनी विकल्प खुले हुए हैं.