अब कहां ढूंढे मैरिज हाल, लखनऊ में इस जगह पर होने वाली 50 शादियों की बुकिंग रद्द, LDA ने क्यों लिया ऐसा फैसला?

लखनऊ विकास प्राधिकरण ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 19 से 30 नवंबर के बीच प्रस्तावित तकरीबन 50 शादियों की बुकिंग रद्द करने का फैसला लिया है. बुकिंग कर्ताओं को इसके लिए दूसरा विकल्प भी दिया गया है. लेकिन उनका कहना है वे जगहें या तो खाली नहीं हैं. अगर मिल भी रही हैं तो उनके बजट से काफी ज्यादा महंगी हैं.

IGP में होने जा रही 50 शादियों की बुकिंग रद्द

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शादी-ब्याह का सीजन जोरों पर है. लेकिन एक सरकारी फैसले ने दर्जनों परिवारों की खुशियां छीन ली हैं. इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान (आईजीपी) में 19 से 30 नवंबर के बीच बुक की गई 40-50 शादियों की बुकिंग लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने रद्द कर दी है. दरअसल, नवंबर के आखिरी सप्ताह में होने वाला ‘इन्वेस्ट यूपी’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने की संभावना जताई जा रही है. ऐसे में माना जा रहा है कि इन बुकिंग को रद्द करने के पीछे की असल वजह यही है.

एलडीए के वाइस चेयरमैन प्रथमेश कुमार ने बताया कि इन्वेस्ट यूपी के तहत 24 नवंबर को ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी का भव्य आयोजन होना है. कार्यक्रम में पीएम मोदी की मौजूदगी की सूचना मिली है. इसके चलते सुरक्षा और तैयारियों को ध्यान में रखते हुए आईजीपी को पूरी तरह खाली रखने का फैसला लिया गया. इन्वेस्ट यूपी की ओर से इस आशय का पत्र आया है. हमने ग्राहकों को वैकल्पिक व्यवस्था सुझाई है. हालांकि, उन्होंने साफ किया कि अगर पीएम मोदी नहीं आए तो बुकिंग रद्द नहीं होगी. पीएम के न आने की स्थिति में शादियां निर्धारित तारीख पर ही होंगी. जिनकी बुकिंग निरस्त होगी, उन्हें पूरा पैसा रिफंड किया जाएगा.

एलडीए ने दिए ये नए विकल्प

विकल्प के तौर पर एलडीए के गेस्ट हाउस और कम्यूनिटी सेंटर में बुकिंग का ऑफर दिया जा रहा है. कुछ परिवार तो दिसंबर में तारीख शिफ्ट करने को तैयार हो गए हैं. एलडीए का यह फैसला शादी वाले परिवारों के साथ-साथ टेंट और कैटरिंग कारोबारियों पर भारी पड़ रहा है.

गुस्से में टेंट कारोबारी

उत्तर प्रदेश टेंट कैटरर्स एंड डेकोरेटर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार ने कहा कि पीएम मोदी को तो सिर्फ एक दिन आना है, लेकिन पूरे 11 दिन आईजीपी खाली रखने से हमारा करीब एक करोड़ रुपए का नुकसान हो जाएगा. एलडीए को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन शादी वाले घरों के पास अब सिर्फ 10 दिन बचे हैं. निमंत्रण छप चुके हैं, तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. अब सब बर्बाद हो गया है.

एलडीए से बीच का रास्ता निकालने की मांग

विजय कुमार ने मांग की कि एलडीए बीच का रास्ता निकाले. पीएम के कार्यक्रम वाले दिन को छोड़कर बाकी दिन शादियां होने दें. इससे न तो सरकार का नुकसान होगा और न ही हमारा. एसोसिएशन का कहना है कि आईजीपी में बुकिंग लेने वाले व्यापारियों का भी भारी नुकसान हो रहा है, क्योंकि अब वैकल्पिक जगहों पर महंगे रेट और कम सुविधाएं मिल रही हैं.

वैकल्पिक जगहें महंगी

शादियों की बुकिंग रद्द होने से प्रभावित परिवारों की परेशानी कम नहीं है. कई घरों में बारात की तैयारियां जोरों पर थीं. लेकिन अब अचानक सब कुछ बदलना पड़ेगा. एक प्रभावित व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हमने महीनों पहले बुकिंग कराई थी. अब कहां जाएं? वैकल्पिक जगहें या तो महंगी हैं या उपलब्ध नहीं है.

क्या है इनवेस्ट यूपी प्रोग्राम

इन्वेस्ट यूपी कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के लिए निवेश आकर्षित करने का बड़ा प्लेटफॉर्म है. पिछले आयोजनों में हजारों करोड़ के प्रस्ताव आए थे. पीएम मोदी की मौजूदगी से इस बार और ज्यादा उम्मीदें हैं. एलडीए का कहना है कि राष्ट्रीय महत्व के इस कार्यक्रम के लिए थोड़ी असुविधा तो सहनी पड़ेगी. फिलहाल, टेंट कारोबारी और प्रभावित परिवार एलडीए से अपील कर रहे हैं कि फैसले पर पुनर्विचार किया जाए. देखना यह है कि पीएम के दौरे की पुष्टि होने तक कितने परिवार अपनी शादियां बचा पाते हैं या सरकार कोई बीच का रास्ता निकाल पाती है.