‘छोटा हरिद्वार’ पहुंचना हुआ आसान, नमो भारत ट्रेन बनी श्रद्धालुओं के लिए वरदान

'छोटा हरिद्वार' मुरादनगर में गंगनहर के तट पर स्थित एक धार्मिक स्थल है, जहां हरिद्वार जैसा ही महसूस होता है. पहले यहां तक पहुंचने के लिए लोगों को सड़क मार्ग का सहारा लेना पड़ता था, जो भारी यातायात और जाम के कारण थकाऊ होता था. लेकिन अब नमो भारत ट्रेन से ये दूरी मिनटों में तय की जा सकती है.

नमो भारत ट्रेन और छोटा हरिद्वार Image Credit:

अब मेरठ, गाजियाबाद, दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों के श्रद्धालुओं के लिए ‘छोटा हरिद्वार’ की यात्रा बेहद सुगम और सहज हो गई है. देश की पहली सेमी हाई-स्पीड रैपिड रेल सेवा नमो भारत के माध्यम से गंगनहर किनारे स्थित इस पवित्र स्थल तक पहुंचना न केवल आसान हुआ है, बल्कि यात्रा का अनुभव भी पूरी तरह आधुनिक, सुरक्षित और आरामदायक हो गया है.

‘छोटा हरिद्वार’ मुरादनगर में गंगनहर के तट पर स्थित एक धार्मिक स्थल है, जहां हरिद्वार जैसा ही महसूस होता है. पहले यहां तक पहुंचने के लिए लोगों को सड़क मार्ग का सहारा लेना पड़ता था, जो भारी यातायात और जाम के कारण थकाऊ होता था. लेकिन अब नमो भारत ट्रेन से ये दूरी मिनटों में तय की जा सकती है.

समय और किराया भी जान लें

दिल्ली के आनंद विहार से मुरादनगर स्टेशन पहुंचने में नमो भारत ट्रेन से महज 22–23 मिनट का समय लगता है, और यहां से ‘छोटा हरिद्वार’ पैदल कुछ ही कदमों की दूरी पर स्थित है. गाजियाबाद से ये यात्रा केवल 12 मिनट में पूरी हो जाती है. किराया भी बेहद कम है. आनंद विहार से स्टैंडर्ड कोच में ₹80 और प्रीमियम में ₹95 जबकि गाजियाबाद से ₹40 में ही यात्रा संभव है. मेरठ साउथ से भी केवल 13–14 मिनट में ‘छोटा हरिद्वार’ पहुंचा जा सकता है.

जल्द ही आने वाले गंगा दशहरा पर्व के मद्देनजर ये ट्रेन श्रद्धालुओं के लिए और अधिक उपयोगी सिद्ध हो रही है. गंगा स्नान, दान और पूजा के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां आने लगे हैं. नमो भारत के वातानुकूलित कोच, आरामदायक सीटें, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट, शुद्ध पेयजल, स्वच्छ शौचालय और डाइपर चेंजिंग सुविधा जैसे आधुनिक इंतजामों के कारण अब महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी सहजता से यात्रा कर पा रहे हैं.

55 किलोमीटर की यात्रा, 11 स्टेशन

फिलहाल नमो भारत ट्रेन दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ तक 55 किमी के मार्ग में 11 स्टेशनों पर सेवाएं दे रही है. आगे चलकर यह सेवा मेरठ शहर के भीतर शताब्दी नगर, भैसाली, बेगमपुल और मोदीपुरम जैसे स्टेशनों तक होगी, जिनमें कई भूमिगत स्टेशन भी शामिल हैं. ये सेवा न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक सुविधाजनक माध्यम बनी है, बल्कि स्थानीय दुकानदारों, छोटे कारोबारियों और पर्यटन क्षेत्र के लिए भी एक नई ऊर्जा लेकर आई है.