हाथ जोड़े, माफी मांगी… नाक रगड़वाने वाले बीजेपी नेता की निकली हेकड़ी, वीडियो जारी कर गिड़गिड़ाया

मेरठ में नाक रगड़वाने के विवाद में घिरे निलंबित बीजेपी नेता विकुल चपराना ने एक वीडियो जारी किया है. फरार चल रहे विकुल वीडियो में लगातार बयान बदल रहे हैं, जिससे वह खुद ही उलझ गए हैं. पुलिस आरोपी की तलाश में है, वहीं पार्टी और रस्तोगी समाज इसे 'डैमेज कंट्रोल' करार दे रहा है.

मेरठ: फरार विकुल चपराना का नया वीडियो Image Credit:

मेरठ में कपड़ा व्यापारी से नाक रगड़वाने की घटना पर बवाल मचा है. इसका आरोप बीजेपी नेता विकुल चपराना पर है, जिसे बीजेपी ने पार्टी से निलंबित कर दिया है. वहीं, वह अब गुरुवार को एक वीडियो जारी कर इस प्रकरण पर माफी मांग रहा है. इसमें विकुल चपराना हाथ जोड़ते भी नजर आ रहा है.

वीडियो में विकुल चपराना लगातार अपने बयान बदलते नजर आ रहा है और जनता के सामने बेचारा बनने की कोशिश कर रहे. कभी वह सत्यम रस्तोगी को जिम्मेदार बताता, तो कभी उन्हीं से माफी मांगते नजर आ रहा है. चपराना का कहना है कि आक्रोश में आकर उस समय कुछ अपशब्द निकल गए, मैं माफी मांगता हूं.

पूरे रस्तोगी समाज से दो बार माफी मांगी

पूरा मामला उस वक्त सुर्खियों में आया जब एक वायरल वीडियो में विकुल चपराना ने सत्यम रस्तोगी नाम के युवक से नाक रगड़वाई थी. इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी थी, जिसके बाद बीजेपी ने विकुल चपराना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था. अब विकुल ने जो नया वीडियो जारी किया है.

जारी वीडियो में विकुल चपराना ने पूरे रस्तोगी समाज से दो बार माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि उनका मकसद किसी समाज या व्यक्ति का अपमान करना नहीं था. वीडियो में चपराना ने मंत्री सोमेंद्र तोमर का नाम भी लिया और दावा किया कि “तेरा बाप है मंत्री सोमेंद्र” जैसी बात उन्होंने गुस्से में कही थी.

मंत्री जी की कोई संलिप्तता नहीं, उनका नाम गुस्से में आया

हालांकि अब वह अपनी सफाई में कह रहे हैं कि मंत्री सोमेंद्र तोमर का इस पूरे विवाद से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने यूपी सरकार के मंत्री की भूमिका को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि नाम केवल गुस्से में आया, इसमें मंत्री की कोई संलिप्तता नहीं थी. इधर, बीजेपी संगठन भी मामले पर सख्त नजर रखे हुए है.

बताया जा रहा है कि शुक्रवार को कई बीजेपी नेता पीड़ित परिवार के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंचे और विकुल चपराना के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. पार्टी के स्थानीय नेताओं का कहना है कि ऐसी घटनाएं संगठन की छवि को धूमिल करती हैं और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. वहीं, रस्तोगी समाज ने इसे “डैमेज कंट्रोल” की कोशिश बताया है.

पुलिस भी विकुल चपराना के तलाश में जुटी

रस्तोगी समाज के लोगों का कहना है कि वीडियो जारी कर विकुल चपराना खुद को निर्दोष साबित नहीं कर सकते, क्योंकि पूरे मामले का वीडियो सबके सामने है. अब देखना यह होगा कि प्रशासन और पार्टी संगठन इस मामले में आगे क्या कदम उठाते हैं. पुलिस भी विकुल चपराना के तलाश में जुटी है.