ऐसी हवस! 6 साल की मासूम संग 62 साल के बुजुर्ग ने की दरिंदगी, पुलिस ने सिखाया सबक
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक 62 वर्षीय बुजुर्ग ने 6 साल की मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी का प्रयास किया. टॉफी का लालच देकर आरोपी ने बच्ची को दुकान में खींच लिया था. लेकिन उसकी चीख सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंच गए. घटना का वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा है. घटना के बाद हिंदू संगठनों ने थाने पर हंगामा किया और आरोपी की दुकान में तोड़फोड़ की.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक 65 साल के बुजुर्ग ने 6 साल की मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी को अंजाम दिया है. मासूम बच्ची की मां आरोपी की दुकान के बाहर रेहड़ी लगाती है. वारदात के वक्त बच्ची अपनी मां के साथ आई थी और रेहड़ी के पास ही खेल रही थी. इसी दौरान आरोपी टॉफी देने का लालच देकर उसे अपनी दुकान में खींच लिया और उसके साथ घिनौना काम करने की कोशिश की. बच्ची की चीख सुनकर पास पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे. इस घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.
मामला मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में नवीन नगर का है. सूचना मिलने पर हरकत में आई पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है. आरोपी की पहचान जाहिद के रूप में हुई है. वहां यहां ‘श्री पंजाब बैंड’ नाम से दुकान चलाता है. पुलिस के मुताबिक मासूम बच्ची की मां आरोपी की दुकान के सामने फास्ट फूड की रेहड़ी लगाती है. घटना के वक्त यह बच्ची रेहडी के पास ही खेल रही थी. इस दौरान आरोपी उसे बहला फुसलाकर अपनी दुकान के अंदर ले गया और उसके साथ रेप करने की कोशिश की.
वीडियो बना सबूत
पुलिस के मताबिक आरोपी की हरकतों से पीड़िता दर्द के मारे चीखने लगी. उसकी चीख सुनकर पास पड़ोस के लोग वहां पहुंचे और आरोपी के चंगुल से उसे मुक्त कराया. पुलिस के मुताबिक इस पूरी घटना एक वीडियो भी वायरल हो रहा है. यह वीडियो पड़ोसी दुकानदार ने खिड़की से बना लिया था. यह वीडियो पुलिस के लिए एक सबूत बन गया है. पुलिस ने इस वीडियो के आधार पर आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए अरेस्ट किया है.
हिंदू संगठनों ने किया हंगामा
वारदात की जानकारी मिलते ही हिंदू संगठनों ने सिविल लाइंस थाने पहुंचकर खूब हंगामा किया. इस दौरान उग्र भीड़ ने आरोपी की दुकान में भी तोड़फोड़ की. मुरादाबाद के एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह के मुताबिक आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अरेस्ट किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. पुलिस के पास मौजूद वीडियो फुटेज इस मामले में सबसे अहम वैज्ञानिक साक्ष्य है, जिससे आरोपी का बच पाना नामुमकिन है.
