मन्नापुरम फाइनेंस घोटाला! नकली पेपर पर 57 लोगों को दे दिए साढ़े 7 करोड़ के लोन, ऑडिट में खुलासे पर मचा हड़कंप
नोएडा में मन्नापुरम फाइनेंस में ₹7.47 करोड़ का बड़ा घोटाला सामने आया है. इसमें शाखा प्रबंधक, एजेंट और डीलरों ने मिलकर 57 फर्जी लोन पास कर दिए. ये लोन बिना गाड़ियों की खरीद-फरोख्त और अस्तित्वहीन व्यक्तियों के नाम पर फर्जी कागजात लगाकर दिए गए है. कंपनी की इंटरनल ऑडिट में खुलासा होने पर कोर्ट के आदेश से 14 आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज हुई है.
राष्ट्रीय राजधानी से सटे उत्तर प्रदेश के नोएडा में 7.47 करोड़ का फाइनेंस घोटाला सामने आया है. यह घोटाला मन्नापुरम शाखा के मैनेजर और एजेंट ने वाहन डीलर एजेंसियों की मिलीभगत से अंजाम दिया गया है. इस फायनेंस कंपनी से फर्जी कागजात लगाकर कुल 57 फर्जी लोन ऐसे लोगों के नाम पर पास किए गए, जिनका अस्तित्व ही नहीं है. यही नहीं, बिना गाड़ियों की खरीद फरोख्त हुए ही लोन की रकम जारी भी कर दी गई. यह खुलासा कंपनी की इंटरनल ऑडिट में हुआ है.
मामला नोएडा के सेक्टर-51 स्थित होशियारपुर गांव के मन्नापुरम फाइनेंस कंपनी की शाखा का है. कंपनी के ऑडिट में पता चला है कि शाखा प्रबंधक, कर्मचारी, एजेंट और वाहन डीलरों ने आपसी मिलीभगत से 57 फर्जी लोन कराए और 7.47 करोड़ रुपये लेकर आपस में बंदरबांट कर लिया. कंपनी प्रतिनिधि मुनाजिर हसन के अनुसार, उनकी कंपनी वाहन फाइनेंस का काम भी करती है. यह काम शाखा में तैनात कर्मियों, डायरेक्ट सेल्स एजेंट और डीलरों के माध्यम से किया जाता है.
बिना वाहन खरीदे पास हुआ लोन
उन्होंने बताया कि यह घोटाला फरवरी 2023 से अगस्त 2025 के बीच का है. इंटरनल ऑडिट में कई लोन खातों की जांच में फर्जी दस्तावेज मिले. इन दस्तावेजों की जांच कराई गई तो पता चला कि लोन धारकों के पते और मोबाइल नंबर फर्जी है. कई लोन तो ऐसे व्यक्तियों को भी दिए गए हैं, जिनका कोई अस्तित्व ही नहीं है. कायदे से कोई भी लोन होता है तो गाड़ी को बंधक रखा जाता है, लेकिन इस मामले में गाड़ी खरीदे बिना ही लोन पास किए गए. इस प्रकार लोन की रकम आपस में बांट ली गई.
कोर्ट के आदेश पर केस
उन्होंने बताया कि इस संबंध में उसी समय कोर्ट में इस्थगासा दाखिल किया गया था. इसपुर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने एफआईआर के आदेश दिए हैं. वहीं कोर्ट के आदेश मिलने पर थाना सेक्टर-49 नोएडा ने कुल 14 आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू की है. आरोपियों में शाखा प्रबंधक, सेल्स हेड, क्रेडिट और कलेक्शन से जुड़े कर्मचारी, कई एजेंट और वाहन डीलर शामिल हैं. थाना प्रभारी के मुताबिक फर्जी लोन से जुड़े सभी खातों और पैसों के ट्रेल खंगाला जा रहा है.