नोएडा का AQI दो महीने बाद रेड जोन से बाहर, अब ऑरेंज कैटेगरी में

नोएडा और ग्रेटर नोएडा की एयर क्वालिटी में सुधार हुआ है. दो महीने बाद नोएडा का AQI रेड जोन से वापस ऑरेंज जोन में आया है. माना जा रहा है कि बढ़ी हुई हवा के रफ्तार के चलते पॉल्यूशन के लेवल में कमी आई है.

नोएडा की हवा में सुधार Image Credit:

नोएडा के लोगों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है. बीते दो महीनों से खराब और गंभीर श्रेणी में बनी हुई शहर की हवा की गुणवत्ता में सुधार दर्ज किया गया. नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स AQI 273 और ग्रेटर नोएडा का 259 रिकॉर्ड दर्ज किया गया.अब दोनों शहर ऑरेंज जोन में पहुंच गए. हवा की गुणवत्ता में इस सुधार की सबसे बड़ी वजह हवा की रफ्तार का बढ़ना माना जा रहा है. करीब 12 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चली हवाओं ने प्रदूषक कणों को फैलाने में मदद की, जिससे स्मॉग की परत कुछ हद तक साफ हुई.

सड़कों पर हुआ पानी का छिड़काव

प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए नोएडा व ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की टीमें भी लगातार सक्रिय रहीं. शहर के कई सेक्टरों और मुख्य सड़कों पर पानी का छिड़काव किया गया. जिन इलाकों में हवा की गुणवत्ता अधिक खराब थी, वहां विशेष निगरानी रखते हुए प्रदूषण कम करने के प्रयास किए गए ग्रैप-4 के चलते जिले में सख्त और कड़े नियम बनाये गए.

ठंड बढ़ी रात के तापमान में आई गिरावट

मौसम विभाग के अनुसार नोएडा का अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. रात के तापमान में गिरावट के कारण ठंड और अधिक महसूस की गई.साथ ही मौसम विभाग ने 26 से 28 दिसंबर तक घने कोहरे की संभावना जताई है. इसे देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया गया है. सुबह और देर रात के समय दृश्यता कम रहने की आशंका है, जिससे वाहन चालकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है.

अगले हफ्ते और गिरेगा तापमान

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आने वाले सप्ताह में अधिकतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है. ठंड के साथ-साथ कोहरे की समस्या भी बनी रह सकती है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ हो, लेकिन अभी पूरी तरह राहत नहीं मिली है. बच्चों, बुजुर्गों और सांस के रोगियों को सुबह के समय बाहर निकलने से बचना चाहिए और जरूरत पड़ने पर मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए.