अब यूपी की ‘टॉपर बेटी’ UP में ही बनेगी DM… अब तक कितने टॉपर को मिला यूपी कैडर?
UPSC की AIR 1 रैंक होल्डर और प्रयागराज की बेटी शक्ति दुबे को उनका होम कैडर यूपी आवंटित कर दिया गया है. इसके साथ ही प्रदेश को कुल 20 नए IAS मिले हैं. इसमें हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और तामिलनाडु जैसे राज्यों के चमकते नाम भी शामिल हैं.
केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय की तरफ से UPSC सिविल सेवा परीक्षा 2024 के सफल अभ्यर्थियों के कैडर आवंटन की सूची जारी कर दी गई है. यह लिस्ट ऑल इंडिया रैंक-1 होल्डर और प्रयागराज की बेटी शक्ति दुबे के लिए खुशखबरी लेकर आई है. उन्हें कैडर आवंटन सूची में अपना गृह राज्य उत्तर प्रदेश मिल गया है. अब वह यूपी के किसी भी जिले में डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट यानी जिला कलेक्टर बनकर प्रशासन की बागडौर संभालेंगी.
शक्ति दुबे ने UPSC 2024 की परीक्षा में 1,009 सफल उम्मीदवारों में शीर्ष स्थान हासिल किया था. इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में ग्रेजुएट और बीएचयू से पोस्टग्रेजुएट, शक्ति ने राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंध (PSIR) को वैकल्पिक विषय चुना था. उन्हें यह सफलता 7 साल की कड़ी मेहनत, पांच असफल प्रयासों के बाद मिली.
शक्ति दुबे की सफलता का क्या है राज?
हाल ही में शक्ति दुबे ने एक इंटरव्यू मे बताया था कि हर दिन 8-10 घंटे पढ़ाई के बाद खुद के लिए समय निकालना ही इस सफलता का असल राज था. अब उन्हें यूपी कैडर मिल गया है. इससे उनका सपना साकार हो गया. अब वह अपने राज्य की सेवा कर सकेंगी.
टॉपर को होम कैडर कैसे मिला?
UPSC टॉपर को होम कैडर दिया जाता है, लेकिन कुछ शर्तों के साथ. यह यूपीएससी का कैडर आवंटन DoPT (Department of Personnel and Training) के नियमों पर आधारित होता है. रैंक-1 से रैंक-24 तक के टॉपर्स को अपनी पहली पसंद का कैडर मिलने की गारंटी होती है. शक्ति दुबे ने यूपी को पहली प्राथमिकता दी होगी. ऐसे में उनको यूपी कैडर आवंटित किया गया होगा.
बता दें कि 26 कैडर ग्रुप्स में IAS के 180 पद होते हैं. हालांकि, हर साल इसमें थोड़ा बहुत बदलाव हो सकता है. यूपी जैसे बड़े राज्य को ज्यादा आवंटन (लगभग 20-25) मिलता है. टॉपर्स की प्राथमिकताओं को प्रोसेस करते हुए, बाकी रैंकों को बचे कैडर मिलते हैं. अगर टॉपर की पसंद उपलब्ध न हो, तो फिर दूसरी प्राथमिकता देखी जाती है.
यूपी को मिले 20 नए IAS
इस साल यूपी को नए 20 IAS अधिकारी मिले, जो राज्य की प्रशासनिक ताकत बढ़ाएंगे. सूची में होम स्टेट के अलावा अन्य राज्यों जैसे हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और तामिलनाडु के भी चमकते नाम भी शामिल हैं.
- शक्ति दुबे (यूपी) – रैंक 1, होम कैडर
- कोमल पुनिया (यूपी) – होम कैडर
- मयंक त्रिपाठी (यूपी) – होम कैडर
- सिद्धार्थ सिंह (यूपी) – होम कैडर
- स्वेता (यूपी) – होम कैडर
- शिवम सिंह (यूपी) – होम कैडर
- आदित्य विक्रम अग्रवाल (हरियाणा) – यूपी कैडर
- हेमंत (बिहार) – यूपी कैडर
- संस्कृति त्रिवेदी (बिहार) – यूपी कैडर
- रिया सैनी (महाराष्ट्र) – यूपी कैडर
- शिवांश सुभाष जागड़े (महाराष्ट्र) – यूपी कैडर
- सनोली गौतम (उत्तराखंड) – यूपी कैडर
- रेखा सियक (राजस्थान) – यूपी कैडर
- आयुष जायसवाल (यूपी) – यूपी कैडर
- अपूर्वा सिंह (यूपी) – यूपी कैडर
- आयुष सैनी (यूपी) – यूपी कैडर
- मुकुल खंडेलवाल (यूपी) – यूपी कैडर
- थंगैयारासन टी (तमिलनाडु) – यूपी कैडर
- संदीप कुमार (यूपी) – यूपी कैडर
- राम भरोसे सरन (यूपी) – यूपी कैडर
लाखों एस्पिरेंट्स के लिए मिसाल हैं शक्ति दुबे
ये अधिकारी अगले साल ट्रेनिंग के बाद जिलों में तैनात होंगे. शक्ति दुबे की कहानी लाखों एस्पिरेंट्स के लिए मिसाल है. इनकी कहानी बताती है कि मेहनत, रणनीति और धैर्य से कुछ भी संभव. अब जब वह यूपी के किसी जिले में कलेक्टर बनेंगी, तो न सिर्फ प्रशासन मजबूत होगा, बल्कि अनेक छोटे शहरों से आने वाले लोग उनसे प्रेरित होकर अपने सपनों को साकार करने की कोशिश करेंगे.
