रायबरेली: अब कुत्तों की गिनती करेंगे टीचर…. SIR की ड्यूटी खत्म नहीं हुई, आ गया अजीबोगरीब फरमान!
उत्तर प्रदेश में SIR अभियान को लेकर पहले से शिक्षकों पर दोहरे काम का बोझ है. SIR अभियान अभी खत्म नहीं हुआ, लेकिन इस बीच शिक्षकों नया फरमान जारी हो गया है. रायबरेली में बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) ने शिक्षकों को आवारा कुत्तों की गिनती का अजीबोगरीब निर्देश दिया है.
रायबरेली में बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) ने शिक्षकों को आवारा कुत्तों की गिनती का अजीबोगरीब निर्देश दिया है. अब इससे शिक्षकों में भारी नाराजगी फैल गई है. सरकारी शिक्षक अब डॉग ट्रैकर के रूप में काम करेंगे. शिक्षकों को इस काम के लिए अलग मेहनताना नहीं मिलेगा. उन्हें अब स्कूलों से निकलकर सड़कों पर आवारा कुत्तों की गिनती करना पड़ेगा.
बेसिक शिक्षा विभाग के निर्देश के बाद रायबरेली शिक्षा विभाग में खलबली मच गई. शिक्षकों का कहना है कि अभी तो एसआईआर के काम भी पूरे नहीं हुए हैं और अब यह नया निर्देश मिल गया है. टीचर स्कूल में बच्चों को पढ़ाए या आवारा कुत्तों की गिनती करें. हालांकि, भारी विरोध के बाद बीएसए ने 24 घंटे के भीतर आदेश वापस ले लिया है.
यह आदेश गलती से जारी हुआ था- BSA राहुल सिंह
रायबरेली जिले में बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल सिंह ने सभी शिक्षकों के लिए यह अजीबोगरीब निर्देश जारी किया था. इसमें निर्देश दिया गया था कि जिले के सभी सरकारी शिक्षक स्कूल के आसपास आवारा कुत्तों को चिन्हित करेंगे, साथ ही उसकी गिनती कर रिपोर्ट आगे बढ़ाएंगे. एसआईआर के काम के बाद शिक्षकों को कुत्तों की गिनती के आदेश थे.
वहीं, शिक्षको के भारी विरोध की सुगबुगाहट के बीच बीएसए राहुल सिंह ने 24 घण्टे कर अंदर अपना जारी किया हुआ आदेश बदल दिया है. आदेश में अब कुत्ता गिनने की बात काट दी गई है. बीएसए ने कहा कि यह आदेश कॉपी भूल वस जारी हुई है. अब नए आदेश में जिन विद्यालयों में बाउंड्री वाल नहीं है उनकी गिनती कर जानकारी देनी है.
6 दिन पहले अलीगढ़ BSA ने जारी किया था आदेश
अलीगढ़ जिले में BSA राकेश कुमार ने भी 6 दिन पहले इस तरह का आदेश जारी किया था. इसमें भी जिले के प्राथमिक विद्यालय के सभी शिक्षकों आवारा कुत्तों की गिनती करने के निर्देश थे. इसके बाद शिक्षक विरोध में उतर आए थे और चेतावनी दी थी कि अगर आदेश वापस नहीं लिया गया तो वह स्कूलों में पढ़ाई का काम बंद कर देंगे. बाद में इसे वापस लिया गया.
