‘मैं बेकसूर, फेंसिडिल सामान्य कफ सिरप’…12 मिनट का वीडियो जारी कर फरार शुभम जायसवाल ने दी सफाई
कफ सिरप केस के मुख्य आरोपी शुभम जयसवाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में वह अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देते नजर आ रहा है. उसने कहा कि मैं बेकसूर हूं और फेंसिडिल जहरीली नहीं बल्कि सामान्य कफ सिरप है. शुभम जायसवाल फिलहाल फरार है और उसकी तलाश में पुलिस लगी हुई है.
कोडीन कफ़ सिरप तस्करी मामले में किंगपिन शुभम जायसवाल का एक वीडियो सामने आया है. 12 मिनट 29 सेकेंड के इस वीडियो में शुभम जायसवाल सफाई देते हुए खुद को बेगुनाह बता रहा है. इसके साथ ही वह यह भी बोल रहा है कि उसका किसी भी राजनीतिक दल या व्यक्ति से कोई संबंध नहीं है. फिलहाल शुभम जायसवाल फरार है और उसकी तलाश में जांच एजेंसियों ने कई जगह पर छापेमारी की है. बीते दिनों ही शुभम के पिता भोला जायसवाल को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
बता दें कि नशीली कफ सिरप केस में शुभम जयसवाल, अमित सिंह टाटा और एसटीएफ के बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह का नाम आया था. शुभम जयसवाल को इसका सरगना बताया जा रहा है. इस मामले को लेकर अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर हमला बोलते हुए कार्रवाई में लापरवाही बरतने के गंभीर आरोप लगाए थे. अब अपने ऊपर लगे आरोपों की सफाई में शुभम जयसवाल ने एक वीडियो जारी किया है.
आरोपी शुभम जयसवाल ने जारी किया वीडियो
वीडियो में अपने ऊपर लगे आरोपों को खंडन करते हुए शुभम जयसवाल ने कहा कि मेरे खिलाफ पिछले कई दिनों से सोशल नेटवर्किंग साइट्स, न्यूज़ चैनलों और बड़े नेताओं की प्रेस कॉन्फ्रेंस में गलत बातें कही जा रही हैं. यह भी बोला जा रहा है कि मैंने जहरीले कफ सिरप बेचे और नकली दवाओं का क्रय-विक्रय किया, जिससे बच्चों की मौत हुई.
शुभम जयसवाल ने फेंसिडिल सिरप को बताया सामान्य दवा
शुभम जयसवाल वीडियो में आगे दावा किया कि मेरी सप्लाई की गई किसी भी कफ सिरप से किसी भी बच्चे की मौत नहीं हुई है. उसने यह भी कहा कि फेंसिडिल कफ सिरप एक सामान्य दवा है, जो खांसी में इस्तेमाल होता है. यह प्रतिबंधित नहीं है. ना ही जहरीली है और ना ही नारकोटिक्स की श्रेणी में आती है.
MP में बच्चों की मौत पर शुभम जयसवाल ने क्या कहा?
इसके अलावा नशीली कफ सिरप के आरोपी शुभम जयसवाल ने मध्य प्रदेश में बच्चों की मौत जिस सिरप का इस्तेमाल हुआ था उसे अलग बताया है. उसने कहा कि वह जो सिरप सप्लाई करता है Abott कंपनी की है. उसने आगे कहा कि कंपनी को मिलने वाला Codeine Phosphate का कोटा भारत सरकार तय करती है, जिससे यह दवा बनती है. वहीं, शुभम पर वकील राजा ज्योति आनंद सिंह की हत्या का भी आरोप लगा है. लेकिन इसपर भी सफाई देते हुए उसने कहा कि राजा ज्योति आनंद सिंह की मौत को ‘अत्यधिक शराब पीने’ से हुई.
शुभम के घर ईडी की नोटिस भी हो गई है चस्पा
बता दें कि बहुचर्चित कफ सिरप कांड में वाराणसी के कारोबारी शुभम जायसवाल समेत कई अन्य लोगों पर अबतक कई मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. जौनपुर, वाराणसी, सोनभद्र, गाजियाबाद समेत कई अन्य जिलों में केस दर्ज कर एसआईटी इस पूरे मामले की जांच कर रही है. इसी बीच ईडी ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इस मामले के केस दर्ज कराते हुए शुभम जायसवाल और उससे जुड़े अन्य लोगों की कुंडली खंगालने में जुट गई है. शुभम के वाराणसी स्थिति घर पर ईडी नोटिस चस्पा करते हुए 8 दिसंबर को तलब किया है. हालांकि शुभम जायसवाल फरार चल रहा है.
दुबई नहीं यहीं कहीं छिपा है शुभम
शुभम और उसके पिता के फरार होने के बाद सोनभद्र पुलिस ने बंगाल पुलिस की मदद से उसके पिता भोला जायसवाल को एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया. भोला विदेश भागने की फिराक में था. इस केस में अबतक अमित सिंह टाटा, एसटीएफ़ का बर्खास्त सिपाही आलोक प्रताप सिंह भी गिरफ्तार किया जा चुका है. इस रैकेट में जुड़े अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए यूपी एसटीएफ लगी हुई है.
दुबई नहीं भारत में ही है शुभम ?
हालांकि, शुभम जायसवाल फरार है. ऐसी चर्चा है कि वह दुबई भाग गया है. लेकिन इलाहाबाद हाईकोर्ट में गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए दायर की गई याचिका से ऐसा लग रहा है कि शुभम किसी बाहुबली सफेदपोश के संरक्षण में अभी भारत में ही है. इस मामले में संसद तक हंगामा हो चुका है. आजमगढ़ के सांसद धर्मेंद्र यादव, मछली शहर की सांसद प्रिया सरोज समेत कई अन्य सांसदों ने सदन में इस रैकेट से जुड़े माफियाओं पर कार्यवाही की मांग की है.
