एक और छांगुर! प्रभात का खतना कराने की तैयारी में था मौलाना, पुलिस ने बचाया

यूपी के बरेली में झांगुर जैसे एक और गिरोह का खुलासा हुआ है. ये गिरोह पहले दिव्यांग लोगों को शादी का झांसा देता था, इसके बाद उनका धर्मांतरण कराया जाता था. ये पूरा सिंडिकेट एक मदरसे से चलाया जा रहा था.

धर्मांतरण गैंग का खुलासा

यूपी के बरेली में छांगुर जैसा एक और गिरोह का खुलासा हुआ है. ये गैंग दिव्यांग लड़को को टार्गेट करता था. पहले शादी का झांसा दिया जाता, उसके बाद धर्मांतरण कर दिया जाता था. ये गिरोह छांगुर के ही पैटर्न पर काम कर रहा था. यहीं के रहने वाले प्रभात को भी मौलाना अपने जाल में फंसा कर खतना करने की तैयारी कर रहा था, लेकिन तब तक इसकी भनक पुलिस को लग गई.

पुलिस ने मदरसे में छापेमारी कर न केवल प्रभात को धर्मांतरण और खतने से बचा लिया बल्कि गिरोह के सरगना अब्दुल मजीद समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया.

खतने की तैयारी में था मौलाना

जानकारी के मुताबिक यहीं के भुता इलाके के फैजनगर गांव के मदरसे के जरिए धर्मांतरण का रैकेट चल रहा था. ये पूरा सिंडिकेट मौलाना और उसके साथी मिलकर चला रहे थे. ये लोग बरेली के राजकीय इंटर कॉलेज के दिव्यांग टीचर का भी धर्मपरिवर्तन करा चुके थे. अब टीचर के खतने की तैयारी की जा रही थी. इससे पहले पुलिस ने गिरोह के सरगना अब्दुल मजीद समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपियों को जेल भेज दिया गया.

SP ने किया खुलासा

SP अंशिका वर्मा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि ये गिरोह दिव्यांगों को शादी का लालच देकर धर्म परिवर्तन कराते थे. अलीगढ़ की अखिलेश कुमारी ने भुता थाने में अब्दुल मजीद, महमूद बेग, सलमान और आरिफ और एक अन्य शख्स के खिलाफ तहरीर देकर गंभीर आरोप लगाए थे.

प्रभात उपाध्याय की मां ने आरोप लगाया कि इन लोगों ने उनके दृष्टिबाधित बेटे को शादी का प्रलोभन देकर उसे जबरन फैजनगर के मदरसे में रोक रखा है. महिला ने आरोप लगाया कि वे उसका धर्मांतरण करना चाहते हैं. पुलिस ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज करके मामले की जांच की तो आरोपियों का पता चला.