साइबर ठगी से बचाएगा UP के DGP का ये 4 ‘L’ फॉर्मूला, बस आधे घंटे का वक्त रहेगा आपके पास

डीजीपी राजीव कृष्ण ने साइबर अपराधों से बचने के लिए 4 L फॉर्मूले का सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि अगर आप साइबर अपराधों से बचना चाहते हैं तो आपको  4 'L' (लोभ, लापरवाही, लत, डिजिटल भय) से पूरी तरह से सतर्क रहना होगा.

यूपी डीजीपी राजीव कृष्णा

आज के जमाने में ठग नए-नए तरीकों से ठगी को अंजाम दे रहे हैं. साइबर ठगी भी इन्हीं तरीकों में से एक है. आपने हल्की सी लापरवाही बरती और आपके बैंक अकाउंट से पैसे पूरे गायब. लेकिन क्या आपको जानकारी है कि इन रुपयों को रिकवर करने के लिए आपके पास सिर्फ 30 मिनट होता है. अगर ठगी हुए 30 मिनट से ज्यादा हो गया है तो उन रुपयों की रिकवरी काफी कठिन हो जाती है.

बुधवार यानी 10 दिसंबर को डीजीपी राजीव कृष्ण ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कमिश्नरेट वाराणसी में साइबर जागरूकता कार्यशाला का शुभारंभ किया. इस दौरान साइबर वित्तीय अपराधों के लिए 4 वजहों को जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि आप अपने साथ साइबर ठगी की आशंका पूरी तरह से खत्म करना चाहते हैं तो आपको 4 ‘L फॉर्मूला अपनाना होगा. आपको 4 ‘L’ (लोभ, लापरवाही, लत, डिजिटल भय) इनसे पूरी तरह से सतर्क रहना होगा.

साइबर ठगों से बचने के लिए अपनाना होगा 4 ‘L फॉर्मूला

डीजीपी राजीव कृष्ण पहले दो ‘L’ के तौर पर लोभ और लापरवाही का जिक्र किया. उन्होंने बताया साइबर ठगी से बचने के लिए मोटे मुनाफे के लालच से छुटकारा पाना होगा. अधिकतर स्कैमर्स लोगों को भारी मुनाफे का लालच देकर अपनी जाल में फांसते हैं. फिर कई बार आपकी एक हल्की सी लापरवाही भी स्कैमर्स के लिए रास्ता खोल देती है. अगर आपने गलती से OTP और व्यक्तिगत जानकारी किसी से साझा कर दी है तो भी आपके साथ भारी ठगी हो सकती है.

डीजीपी राजीव कृष्णा ने अगले दो ‘L’ के तौर पर लत और डिजिटल भय का जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन गेमिंग और सोशल मीडिया की लत मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन बुरे स्तर पर प्रभावित कर रही है. इनमें कई सारे फेक प्लेटफार्म्स होते हैं और फिशिंग लिंक होते हैं, जिनका इस्तेमाल स्कैमर्स ठगी करने के लिए करते हैं. इसके अलावा उन्होंने जनता से डिजिटल भय में ना आने की भी अपील की है. उन्होंने आगे कहा कि पराधी सरकारी एजेंसियों का नाटक कर धमकाते हैं. धन वसूलने का प्रयास करते हैं. ऐसे में डर के मारे कई लोग उनकी जाल में फंस जाते हैं.

30 मिनट के अंदर कर दी शिकायत तो हो सकती है रिकवरी

डीजीपी राजीव कृष्णा ने बताया कि अगर आपके साथ साइबर ठगी हुई है और आपने समय रहते 30 मिनट के अंदर इसकी रिपोर्ट 1930 या नजदीकी साइबर थाने पर कर दिया तो पैसे की रिकवरी हो सकती है. बशर्ते आप साइबर ऑफिसर को सही और सटीक सूचना दें ताकि पैसे को फ्रीज किया जा सके. बता दें कि 1930 देश की सबसे मजबूत साइबर हेल्पलाइन है. इससे 654 बैंक और NBFC जुड़े हैं.