केशव-स्वतंत्र देव और महेंद्र सिंह… बिहार चुनाव में यूपी के ‘तीन मस्किटियर्स’ ने रचा इतिहास
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने प्रचंड जीत हासिल की. इसके पीछे उत्तर प्रदेश के तीन प्रमुख बीजेपी नेताओं का अहम योगदान रहा. इनके बेहतरीन संगठन कौशल, कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय और रणनीतिक मेहनत से ही एनडीए को बिहार में भारी बहुमत मिला. हर तरफ इनकी तारीफ हो रही है.
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की धमाकेदार जीत ने पूरे देश में हलचल मचा दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे पर हुई इस जीत के पीछे जमीनी स्तर पर तीन उत्तर प्रदेशी नेताओं का अहम योगदान रहा. ये हैं यूपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और पूर्व मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह.
उत्तर प्रदेश के तीन प्रमुख बीजेपी नेताओं ने अपने संगठन कौशल से बिहार के मैदान में कमाल कर दिखाया, जिसकी गूंज अब दिल्ली तक सुनाई दे रही है. इनके जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय और रणनीतिक मेहनत ने सफलता की नींव रखी. इन ‘तीन मस्किटियर्स’ की बदौलत ही एनडीए को बिहार में भारी बहुमत मिला.
2017 वाली फॉर्म में लौटे केशव प्रसाद मौर्य
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को बिहार में सह प्रभारी की जिम्मेदारी मिली तो वे पुराने दिनों की तरह मैदान में उतर पड़े. 2017 में यूपी में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के सूत्रधार रहे केशव ने बिहार के नेताओं के साथ बैठकर हर छोटी-बड़ी रणनीति को तराशा.
उन्होंने कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच समन्वय बनाए रखा, कमियों को दूर किया और शीर्ष नेतृत्व के मार्गदर्शन में दिन-रात एक कर दिया. एनडीए की सीटें आसमान छू गईं. केशव की मेहनत ने साबित कर दिया कि वे अभी भी पार्टी के ‘संगठन योद्धा’ हैं.
स्वतंत्र देव सिंह ने गांव-गांव में चौपालें लगाईं
यूपी सरकार में जल शक्ति मंत्री और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने बिहार में अपनी जिम्मेदारी को जैसे व्यक्तिगत मिशन बना लिया. गांव-गांव छोटी-छोटी चौपालें लगाईं, कार्यकर्ताओं और जनता के बीच घुल-मिल गए. उनका देसी अंदाज और सीधी बातचीत ने बिहार की जनता को बीजेपी से जोड़ दिया.
स्वतंत्र देव सिंह ने बूथ स्तर तक पहुंचकर हर कार्यकर्ता को ऊर्जा दी, रैलियों को सफल बनाया और जीत की नींव मजबूत की. उनकी मेहनत का असर साफ दिखा है. एनडीए की जीत में उनका योगदान अनमोल रहा.
महेंद्र सिंह को 58 सीटों की मिली थी कमान
बीजेपी के ‘संगठन विशेषज्ञ’ डॉ. महेंद्र सिंह पर शीर्ष नेतृत्व का भरोसा हमेशा कायम रहा है. असम और त्रिपुरा में प्रभारी रहकर जीत दिलाने वाले डॉ. सिंह को इस बार बिहार की 58 विधानसभा सीटों की कमान सौंपी गई. मिथिला और तिरहुत जोन के 11 लोकसभा क्षेत्रों में डेरा जमाया, बूथ स्तर तक बैठकें कीं, रणनीति बनाई.
पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और सीएम योगी की रैलियों को सफल बनाने में कार्यकर्ताओं के साथ कंधे से कंधा मिलाया. डॉ. सिंह का लंबा संगठन अनुभव और उनका भाषण उन्हें पार्टी का चहेता बनाते हैं. बिहार के नतीजों ने एक बार फिर साबित किया कि डॉ. महेंद्र सिंह जहां लगते हैं, जीत वहां आती है!
बिहार जीत में इन तीनों नेताओं की तारीफ
एनडीए की इस बंपर जीत में मोदी-नीतीश का चेहरा चमका, लेकिन जमीनी कमान इन तीन यूपी नेताओं ने संभाली. शीर्ष नेतृत्व से निर्देश लेकर मंडल से बूथ तक हर स्तर पर समन्वय, छोटी कमियों को सुधार और दिन-रात की मेहनत. यही सफलता का राज रहा. पूरे देश में बिहार की जीत की चर्चा है, और इन तीनों नेताओं की तारीफ हो रही है.
