रातों-रात प्रसिद्ध हो गया मथुरा का यह मंदिर, जहां आ रही हैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 25 सितंबर को मथुरा का दौरा करेंगी इसी बीच वे यहां के एक प्राचीन मंदिर में भी जाएंगी. इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह करीब 5000 साल पुराना मंदिर है. इसके अलावा इससे जुड़ी कई पौराणिक मान्यताएं भी हैं. राष्ट्रपति के विजिट प्लॉन के बाद ये मंदिर रातों-रात प्रसिद्ध हो गया है.

5000 साल पुराना है ये मंदिर Image Credit:

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 25 सितंबर को मथुरा के दौरे पर रहने वाली हैं. राष्ट्रपति के आगमन को लेकर शहर में तैयारियां जोरों पर हैं. यहां राष्ट्रपति एक खास मंदिर में दर्शन भी करने जाएंगी. इस मंदिर को लेकर कई पौराणिक मान्यताएं जुड़ी हैं. इसके बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर में द्वापर युग से संबंधित कई कहानियां भी जुड़ी हैं. राष्ट्रपति के विजिट प्लॉन के चलते ये मंदिर रातो- रात प्रसिद्ध हो गया है.

इस मंदिर की सजावट का काम किया जा रहा है. मंदिर के पुजारी के मुताबिक ये करीब 5000 साल पुराना है. तो आखिर ये मंदिर क्यों है इतना खास और इससे जुड़ी क्या हैं मान्यताएं, आपको बताते हैं.

रातों- रात फेमस हो गया ये मंदिर

मथुरा के जिस मंदिर में प्रेसिडेंट दर्शन करने वाली हैं, कहा जाता है कि उसका जिक्र श्रीमद्भागवत में भी किया गया है. ऐसा कहा जाता है कि इसकी मान्यताएं भगवान कृष्ण और कुब्जा से जुड़ी बताई जाती हैं. मान्यता के मुताबिक 5000 साल पुराने इस मंदिर में भगवान कृष्ण के साथ राधा रानी नहीं बल्कि कुब्जा विराजमान हैं. तो आखिर अब तक इतने प्राचीन मंदिर की चर्चा क्यों नहीं हो रही थी और राष्ट्रपति के दौरे चलते अचानक ये मंदिर चर्चा में क्यों आ गया.

पुजारी ने बताई पूरी कहानी

मंदिर के पुजारी आशीष चतुर्वेदी बताते हैं कि इस मंदिर का निर्माण द्वापर युग में हुआ था. इससे कुब्जा नामक महिला की भी कहानी जुड़ी है. मान्यता के मुताबिक यहां कुब्जा नाम की एक महिला एक झोपड़ी में रहती थी.वह भगवान कृष्ण की भक्ति में लीन रहती थी. हांलाकि वह मथुरा के राजा कंस की दासी भी थी. जब कंस से युद्ध लड़ने के लिए भगवान कृष्ण मथुरा आए तो उन्होंने कुब्जा से भी मुलाकात की.

भगवान कृष्ण ने कुब्जा को सुंदरी कहकर बुलाया. ये सुनकर कुब्जा ने भगवान से कहा कि नगर में रहने वाले सभी लोग मेरा मजाक उड़ाते हैं. लेकिन आप इस तरह से मेरा मजाक क्यों उड़ा रहे हो.

ये है मान्यता

इसके बाद भगवान कृष्ण ने अपनी कृपा से कुब्जा का रोग ठीक करके उसे एक सुंदर महिला बना दिया और उसे आशीर्वाद दिया कि आज के बाद से लोग हमारे साथ तुम्हारी भी पूजा करेंगे. कहा जाता है तभी से भगवान कृष्ण के साथ मंदिर में कुब्जा भी विराजमान है. इस मंदिर को लेकर एक मान्यता ये भी है कि जो लोग यहां दर्शन- पूजन करते हैं, उनके चर्म रोग ठीक हो जाते हैं.