दिल्ली कार ब्लास्ट में अमरोहा के अशोक की भी मौत, मां को नहीं दी गई बेटे की खबर, ये है वजह

दिल्ली कार ब्लास्ट में अमरोहा के रहने वाले अशोक की भी मौत हो गई है. वह दिल्ली परिवहन निगम में 9 साल से संविदा कंडक्टर के तौर पर काम कर रहे थे. पिछले 3 साल से दिल्ली के ही जगतपुरा इलाके में पत्नी सोनम और 3 बच्चों के साथ रह रहे थे.

दिल्ली कार ब्लास्ट में अमरोहा के रहने वाले अशोक की भी मौत Image Credit:

दिल्ली के लाल किले के पास हुए धमाके में उत्तर प्रदेश के अमरोहा के रहने वाले अशोक की भी मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक वह यहां के हसनपुर तहसील क्षेत्र के मंगरोला गांव के रहने वाले थे. अमरोहा पुलिस की तरफ से जैसे दिल्ली ब्लास्ट में अशोक के मौत की सूचना परिवार को देने के बाद गांव में कोहराम मच गया है.

अशोक कुमार दिल्ली परिवहन निगम में 9 साल से संविदा कंडक्टर के रूप में कार्यरत थे. वह पिछले 3 साल से दिल्ली के ही जगतपुरा इलाके में पत्नी सोनम और 3 बच्चों के साथ रह रहे थे. घटना के बाद अशोक की शव की हालत ऐसी थी कि उन्हें पहचानना मुश्किल था. पुलिस के मुताबिक उनकी शिनाख्त दस्तावेजों और वाहन रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर की गई.

मां को नहीं दी गई बेटे की मौत की जानकारी

फिलहाल, अशोक के घर पर मातम पसरा है.लेकिन उनकी मां को बेटे की मौत की जानकारी नहीं दी गई है. परिवार के लोगों को मुताबिक अशोक की मां दिल की मरीज हैं. ऐसे में उन्हें जानबुझकर इसकी जानकारी नहीं दी गई है. वहीं, अशोक के पिता की 25 साल पहले बीमारी से मौत हो चुकी है. अशोक के परिवार में उनके बड़े भाई भी हैं, जो खेती करते हैं.

हाल ही में दिवाली पर घर आए थे अशोक

मृतक अशोक हाल ही में दीपावली पर घर आए थे और त्योहार मनाने के बाद वापस दिल्ली लौटे थे.उनके चचेरे भाई मंगरौला गांव के प्रधान के मुताबिक अशोक के तीन बच्चे हैं. बड़ी बेटी आरोही की उम्र 8, काव्या की 5 और बेटे आरंभ की उम्र 3 साल है. फिलहाल, दिल्ली हादसे में अशोक की मौत की खबर मिलते ही सनपुर क्राइम इंस्पेक्टर अमरपाल सिंह पुलिस टीम के साथ मंगरोला गांव पहुंचे और परिजनों को ढ़ांढस बंधाया.

हादसे में 9 की मौत और 24 घायल

बता दें कि लाल किले के पास शाम करीब 6:52 बजे एक चलती कार में जबरदस्त विस्फोट हुआ, जिससे आसपास का इलाका दहशत से भर गया. धमाके में 9 लोगों की मौत हो गई और 24 घायल हो गए. आशंका जताई जा रही है कि कार चला रहा शख्स डॉ मोहम्मद उमर था, जो कथित तौर पर फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था.