सावधान! यूपी में कहर ढाएगी ठंड, 9 डिग्री के नीचे पहुंचा तापमान, पॉल्यूशन से भी राहत नहीं

यूपी में ठंड अपना रूप दिखाने लगा है. यहां न्यूनतम तापमान 9 डिग्री के आसपास दर्ज किया जा रहा है. इसके अलावा नोएडा और गाजियाबाद जैसे महानगरों में पॉल्यूशन की स्थिति भी खतरनाक बनी हुई है. इन दोनों जिलों में ग्रैप-3 के नियम लागू हैं.

यूपी के मौसम का हाल

यूपी में अब अच्छी-खासी ठंडक पड़ने लगी है. रात के वक्त गिरकर तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच रहा है. ऐसे में ठंडक से बचने के लिए लोग गरम कम्बल और हल्की रजाई का इस्तेमाल करने लगे हैं. हालांकि, दिन में मौसम साफ रह रहा है. इस दौरान हल्की धूप खिली रह रही है और अधिकतम तापमान 30 डिग्री के पास दर्ज किया जा रहा है.

प्रदेश के सभी 75 जिले फिलहाल ग्रीन जोन की स्थिति है. इस दौरान मौसम शुष्क रहेगा. 16,27 और 18 नवंबर को भी मौसम की ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी. लेकिन सुबह और रात के वक्त न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा. ऐसे में ठंड लगने का एहसास और भी बढ़ सकता है.

कैसा रहा पिछले 24 घंटे का मौसम

मौसम विभाग के डेटा के मुताबिक प्रदेश में सबसे ठंडा जिला इटावा रहा. यहां न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. फिर कानपुर में 10, बरेली में 10.4 , आयोध्या और बुलंदशहर में 11 डिग्री मिनिमम टेंपरेचर रिकॉर्ड किया गया. वहीं, अधिकतम तापमान की अगर बात करें तो सबसे अधिक कानपुर और बहराइच में 30.2 सबसे गर्म जिले रहे. फिर झांसी में 29.8, गोरखपुर में 29.2 और बस्ती में 29 डिग्री मैक्सिमम टेंपरेचर पाया गया.

पछुआ हवाओं के चलते ठंडक का एहसास

बता दें कि पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और पछुआ हवाओं के चलते उत्तर प्रदेश में शीतलहर और कोहरा देखने को मिल रहा है. कोहरा और स्मॉग मिलकर मौसम की स्थिति और खराब कर रहे हैं. प्रदूषण के चलते नोएडा और गाजियाबाद में तो ग्रैप 3 के नियम भी लागू कर दिया गया है.

नोएडा में एक्यूआई 383 तो गाजियाबाद में 416

प्रदेश में अब भी कई शहरों में पॉल्यूशन का लेवल खतरनाक स्थिति पर है. नोएडा में आज पीएम 2.5 का एक्यूआई इंडेक्स 383 दर्ज किया गया. वहीं, गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक 416 पाया गया. वहीं, मेरठ में भी एक्यूआई 376 रिकॉर्ड किया गया. इसके अलावा लखनऊ में 185 और वाराणसी में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 151 दर्ज किया गया.

खतरनाक स्तर पर पॉल्यूशन

नोएडा और गाजियाबाद में पॉल्यूशन की जो स्थिति है वह बेहद खतरनाक है. ऐसी स्थिति में के अंदर रहने की कोशिश करें. मुमकिन हो तो एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करें. बाहर निकलें तो मास्क जरूर पहनें. इस दौरान बच्चों-बुजुर्गों पर इस प्रदूषण का ज्यादा असर पड़ सकता है. लोगों को श्वसन संबंधी दिक्कतें बढ़ सकती है.