यूपी में ठंड का अटैक, 8 डिग्री से भी नीचे पहुंचा पारा, नोएडा-गाजियाबाद में AQI 400 पार
यूपी में अब पारा 8 डिग्री से नीचे रिकॉर्ड किया जाने लगा है. साथ प्रदूषण की स्थिति भी गंभीर बनी हुई.इसके चलते लोगों के बीमार होने की संभावना बढ़ गई है. ऐसे में मौसम विभाग ने बुजुर्गों और बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है.
नवंबर का आधा महीना बीत चुका है.ठंड अपने पूरे रूप में आ चुका है. पारा गिरकर 10 डिग्री सेल्सियस तक आ चुका है. हवाओं में गलन भी बढ़ गई है. इस बीच सुबह के वक्त शीतलहर जैसी स्थिति भी बनती हुई नजर आ रही है, जिसके चलते विजिबिलिटी पर भी असर पड़ता नजर आ रहा है.
प्रदेश के सभी 75 जिलों में फिलहाल, ग्रीन जोन की स्थिति बनी हुई है. कहीं भी बारिश का अलर्ट नहीं है. हालांकि, तापमान में गिरावट से लोगों को ठंड का एहसास ज्यादा महसूस होगा. फिलहाल, 17 दिसंबर को मौसम पूरी तरह से शुष्क है. 18, 19 और 20 नवंबर को प्रदेश के पश्चिमी और पूर्वी हिस्से में मौसम शुष्क रहने की संभावना है.इस बीच अधिकतम तापमान 28 डिग्री तो न्यूनतम तापमान 14 डिग्री रह सकता है.
पिछले 24 घंटे के दौरान कैसा रहा मौसम?
पिछले 24 घंटे के दौरान कानपुर ठंडा जिला रहा. यहां न्यूनतम तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस के पास दर्ज किया गया. फिर इटावा में 8.4, बाराबंकी में 8.5 और मेरठ में 8.8 और फुरसतगंज में 9.5 डिग्री न्यूनतम मिनिमम टेंपरेचर पाया गया. वहीं, अगर अधिकतम तापमान की बात करें तो सबसे गर्म जिला भी कानपुर ही रहा. यहां मैक्सिमम टेंपरेचर 29.4 रिकॉर्ड किया गया. फिर वाराणसी और गोरखपुर में 28.7 और झांसी में 28.5 अधिकतम तापमान दर्ज किया गया.
इस वजह से गिर रहा तापमान
मौसम विभाग की मानें तो उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाओं के चलते रात का तापमान लगातार गिर रहा है. पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी होने के चलते मैदानी इलाकों का तापमान नीचे जा रहा है. ऐसे में मौसम विभाग ने बुजुर्गों और बीमार लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है. घर से बाहर निकलते समय लोगों को गर्म कपड़े पहन कर निकलने की सलाह दी है.ॉ
प्रदूषण की स्थिति अब भी गंभीर
प्रदेश के प्रमुख महानगरों में प्रदूषण की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है. आज सुबह नोएडा में पीएम 2.5 का एक्यूआई 402 पाया गया. गाजियाबाद में वायु प्रदूषण सूचकांक का लेवल 476 दर्ज किया गया. मेरठ में एक्यूआई इंडेक्स 327 रिकॉर्ड किया गया. कानपुर और लखनऊ का वायु प्रदूषण सूचकांक 176 दर्ज किया गया. बता दें कि प्रदूषण की ये स्थिति सेहत के लिए बेहद बेहद खतरनाक साबित हो सकती है. घरों के अंदर रहने की कोशिश करें. मुमकिन हो तो एयर प्यूरिफायर का इस्तेमाल करें. बाहर निकलें तो मास्क जरूर पहनें.
