मामा-भांजे की जोड़ी, 150 लोगों को बनाया शिकार; डबल रिटर्न का लालच देकर कर दिया कंगाल

बरेली में अमर ज्योति रुहेलखंड निधि लिमिटेड नाम की कंपनी पर लोगों के साथ फर्जीवाड़े का आरोप लगा है. पीड़ितों का कहना है कि सूर्यकांत मौर्य, शशिकांत मौर्य और उसके भांजे अनुप मौर्य ने पैसे डबल का लालच देकर 150 लोगों को करोड़ों का चूना लगा दिया है.

बरेली फर्जीवाड़ा मामला

बरेली जिले में निवेश के नाम पर आम लोगों से करोड़ों रुपये ठगने का केस सामने आया है. इसको लेकर रविवार यानी 17 नवंबर को लोगो ने आरोपी के घर पहुंचकर जमकर बवाल भी मचाया. सैंकड़ों महिलाएं और अन्य निवेशक कोतवाली भी पहुंचकर पुलिस से आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. इस दौरान थाने में दो घंटे तक हंगामा चलता रहा.

हाल ही में एक कंपनी बदायूं में भी फर्जीवाड़े में पकड़ी गई थी. सैंकड़ों लोगों के रुपये लेकर उस कंपनी के संचालक फरार हो गए थे. अब बरेली में जिस अमर ज्योति रुहेलखंड निधि लिमिटेड पर फर्जीवाड़े का आरोप लगा है, यह भी उसी की सह कंपनी बताई जा रही है.

आरोपी लंबे समय से फरार

कंपनी से जुड़े मुख्य आरोपी सूर्यकांत मौर्य और उसका भाई शशिकांत मौर्य है. दोनों कई महीनों से फरार हैं. पुलिस ने दोनों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है. इन दोनों का भांजा अनूप मौर्य , जो बाग ब्रिगटान में रहता है, भी इस पूरे मामले में संदेह के दायरे में है. वह भी महीनों से छिपा हुआ बताया जा रहा है.

रविवार यानी 17 नवंबर को खबर आई कि अनूप अपने घर पर मौजूद है. यह सुनते ही गुस्साए निवेशक घर पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया. परिवार ने खुद को कमरे में बंद कर लिया तो भीड़ और भड़क उठी. हालात बिगड़ते देख लोग सीधे कोतवाली पहुंच गए और पुलिस से शिकायत दर्ज करने की मांग करने लगे.

दोगुना मुनाफा देने का झांसा दिया

कोतवाली में मौजूद महिलाओं ने बताया कि अनूप मोहल्ले-मोहल्ले जाकर निवेश करवाता था और लोगों को दोगुना पैसा देने का लालच देता था. पड़ोस में रहने वाली कृष्णा मौर्य ने शिकायत देते हुए कहा कि उनके मोहल्ले के करीब 150 लोगों ने अनूप की बातों पर भरोसा करके लाखों रुपये कंपनी में जमा किए थे. लेकिन कंपनी के निदेशक रातों-रात भाग निकले और सबकी जमा पूंजी फंस गई.

विकास वर्मा नाम के एक अन्य निवेशक ने बताया कि उन्होंने अनूप को तीन लाख रुपये दिए थे. राशि मांगने पर अनूप के परिवार की ओर से धमकी दी जाती है. भीड़ ने यह आरोप भी लगाया कि अनूप ने हाल ही में एक करोड़ रुपये का आलीशान मकान बनवाया है और उसी रकम से उसने अपनी संपत्ति बढ़ाई है. लोगों का कहना था कि मकान बेचकर वह निवेशकों का पैसा लौटा सकता है.

भीड़ से बचते हुए अनूप कोतवाली पहुंचा

स्थिति गंभीर होती देख पुलिस अनूप के घर पहुंची और उसे भीड़ से बचाकर कोतवाली ले आई. अनूप अपनी मां गीता देवी और पत्नी मनोरमा के साथ थाने पहुंचा और उसने अपनी सफाई पेश की.

अनुप ने क्या दी सफाई

अनूप का कहना था कि वह सिर्फ मामा सूर्यकांत और शशिकांत के लिए पैसा इकट्ठा करता था और कमीशन काटकर बाकी पैसा उन्हें दे देता था. उसके मुताबिक, मामा दोनों भाई उसकी रकम भी लेकर भाग गए हैं और अब उसके पास कुछ नहीं बचा है.

अनूप की मां गीता देवी ने पुलिस को बताया कि कई दिनों से लोग उनके घर पर भीड़ लगाकर हंगामा कर रहे हैं, जिससे परिवार डर में जी रहा है. उनका कहना है कि फरार भाइयों से उनका कोई संपर्क नहीं है. वहीं, पुलिस का कहना है कि जांच चल रही है, दोषी कोई भी हो, बख्शा नहीं जाएगा़

पुलिस ने क्या कहा?

एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि बदायूं और बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र में इस कंपनी के खिलाफ पहले से रिपोर्ट दर्ज है. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. अगर समान नाम वाली दूसरी कंपनी के नाम पर भी ठगी की गई है, तो उसकी भी विस्तृत जांच की जाएगी.