धीरेंद्र शास्त्री करेंगे साहित्यकार पंडित मनु शर्मा पर आधारित किताब का विमोचन, काशी में होगा आयोजन

पद्मश्री पंडित मनु शर्मा पर आधारित पुस्तक 'अग्निरथ का सारथी' का विमोचन धीरेंद्र शास्त्री करेंगे. काशी में होने वाले इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत मुख्य अतिथि होंगे. डॉ. इंदीवर द्वारा लिखित यह पुस्तक का लोकार्पण मनु शर्मा की 98वीं जयंती के उपलक्ष्य में किया जा रहा है. इसमें उनके साहित्यिक योगदान और कालजयी कृतियों को दर्शाया गया है.

मनु शर्मा पर आधारित किताब का विमोचन Image Credit:

पद्मश्री पंडित मनु शर्मा पर अधारित किताब ‘अग्निरथ का सारथी’ किताब का विमोचन बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री करेंगे. डॉ. इंदीवर द्वारा लिखित इस पुस्तक का विमोचन समारोह कल यानी मंगलवार को भगवान विश्वनाथ की नगरी काशी में आयोजित किया जाएगा. इस मौके पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत मुख्य अतिथि के रूप में सिरकत करेंगे. इसके लिए वाराणसी के सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में समारोह का आयोजन किया जाएगा.

ये पुस्तक हिन्दी साहित्य के सशक्त हस्ताक्षर स्वर्गीय पद्मश्री पंडित मनु शर्मा पर आधारित है. इसलिए उनकी 98वीं जयंती के अवसर पर यह आयोजन 28 अक्टूबर की शाम पांच बजे आयोजित किया जा रहा है. इस किताब को प्रभात प्रकाशन ने प्रकाशित किया है. कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल और असम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य भी इस विमोचन समारोह में शामिल होंगे. 28 अक्टूबर 1928 को शरद पूर्णिमा को फैजाबाद के अकबरपुर में पैदा हुए हिन्दी साहित्य के प्राख्यात कथाकार मनु शर्मा का उपन्यास ‘कृष्ण की आत्मकथा’ काफी प्रसिद्ध है.

आठ खंडों में आया था उपान्यास

यह उपान्यास आठ खण्डों में आया था और इसे हिन्दी साहित्य का सबसे बड़ा उपन्यास माना जाता है. इसके अलावा मनु शर्मा ने हिन्दी में कई बहुचर्चित उपन्यासों की रचनाएं की है. इनमें कर्ण की आत्मकथा, द्रोण की आत्मकथा, द्रौपदी की आत्मकथा, छत्रपति, एकलिंग का दीवाना, गांधी लौटे आदि काफी विख्यात हुए. मनु शर्मा की कई कहानी संग्रह और कविता संग्रह भी आए लंबे समय तक हिन्दी साहित्य में चर्चा के विषय रहे हैं. आपातकाल के दौरान जनवार्ता में प्रकाशित उनकी कविताओं और रेखाचित्रों की सराहना खुद लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने भी किया था.

पूर्व पीएम वाजपेयी भी रहे मुरीद

मनु शर्मा की रचनाओं के मुरीद पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी भी रहे. उन्होंने मनु शर्मा की कालजयी रचना कृष्ण की आत्मकथा को महाभारत पर आधारित सबसे तथ्यात्मक ग्रंथ माना था. बाद में साहित्यकार पंडित मनु शर्मा को पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया. वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने भी अपने सर्वोच्च सम्मान ‘यश भारती’, लोहिया साहित्य सम्मान, केंद्रीय हिन्दी संस्थान के सुब्रमण्यम भारती सम्मान आदि से उन्हें सम्मानित किया. इसी प्रकार गोरखपुर विश्वविद्यालय ने उन्हें मानद डीलिट की उपाधि से सम्मानित किया.