अंबेडकरनगर: घर के 100 मीटर दूर छात्रा का शव मिलने से हड़कंप, 2 दिसंबर से थी लापता
अंबेडकरनगर में लापता छात्रा का शव संदिग्ध हालात में घर के पास मिला है, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया है. मृतक छात्रा 2 दिसंबर से ही लापता थी. परिजनों ने 4 दिसंबर को नामजद आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. वहीं, अब पुलिस की खोजबीन पर सवाल उठ रहे हैं,.
अंबेडकरनगर जिले के राजेसुल्तानपुर थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. करीब 18 दिन से लापता छात्रा का शव उसके घर के पास मिला है. जानकारी के मुताबिक, छात्रा 2 दिसंबर को गायब हुई थी, परिजनों ने खोजबीन के बाद 4 दिसंबर पर थाने में नामजद आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था.
वहीं, शनिवार को छात्रा का शव घर से लगभग 100 मीटर की दूरी पर संदिग्ध हालात में बरामद हुआ. बताया जा रहा है कि शव लगभग एक सप्ताह पुराना है. शव मिलने की सूचना से पूरे गांव में हड़कंप मच गया. पुलिस की खोजबीन पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि इतनी देरी के बाद भी पुलिस छात्रा को ढूंढ नहीं पाई.
खोजबीन में इतनी शिथिलता क्यों बरती गई?
यह घटना राजेसुल्तानपुर थाना क्षेत्र के नसरूद्दीनपट्टी गांव की है. मृतक छात्रा की पहचान स्नेहा के रूप में हुई है. वह गांव के निवासी राधे श्याम की पुत्री थी. पीड़ित पिता ने 4 दिसंबर को राजेसुल्तानपुर थाने में नामजद आरोपी सौरभ गौड़ निवासी खरुवईयां पदुमपुर के खिलाफ तहरीर दी थी, जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था.
वहीं, अब इस घटना ने राजेसुल्तानपुर थाना अध्यक्ष की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं. जब छात्रा 2 दिसंबर से लापता थी, तो पुलिस द्वारा की गई खोजबीन में इतनी शिथिलता क्यों बरती गई? शव का घर के पास ही मिलना पुलिस की सक्रियता पर गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाता है. हालांकि, पुलिस ने परिवार को कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
पुलिस हर पहलू से मामले की जांच में जुटी
सूचना मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक श्यामदेव, क्षेत्राधिकारी प्रदीप चंदेल और इंस्पेक्टर अजय प्रताप मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण कर जांच शुरू की. क्षेत्राधिकारी प्रदीप चंदेल ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस हर पहलू से मामले की जांच में जुटी है. जबकि परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
रिपोर्ट- अमित मौर्य, टीवी9, अंबेडकरनगर
