बरेली से तीन बांग्लादेशी बहनें गिरफ्तार, तीन-तीन पासपोर्ट बनवाए थे; अब खुफिया एजेंसी कर रही पूछताछ

बरेली पुलिस ने तीन बांग्लादेशी बहनों को फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया है. मुख्य आरोपी मुनारा बी ने तीन भारतीय पासपोर्ट बनवा रखे थे. इस पर वह कई देशों की यात्रा की. उसने कुवैत स्थित भारतीय दूतावास से तीसरा पासपोर्ट बनवाया था. अब खुफिया एजेंसियां तीनों आरोपियों से पुछताछ कर रही है.

यूपी पुलिस (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के बरेली में पुलिस ने शुक्रवार को तीन बांग्लादेशी बहनों को फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया है. ये तीनों बहनें पिछले कई सालों से भारत में फर्जी पहचान बनाकर रह रही थी. इनमें से एक बहन ने तो तीन-तीन भारतीय पासपोर्ट बनवा लिए और उन्हीं पासपोर्ट पर विदेश यात्राएं भी करती रही. इस खुलासे ने पुलिस और खुफिया एजेंसियों को भी चौका दिया है.

पुलिस आरोपी तीनों बहनों को अरेस्ट कर अब पूछताछ कर रही है. साथ ही यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इन बहनों को स्थानीय स्तर पर किसने मदद की. पुलिस को शक है कि इसके पीछे एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है. आरोपियों के पास आधार कार्ड, राशन कार्ड और संपत्ति के कागजात भी मिले हैं. तीनों बहनों में सबसे चालाक मुनारा बी है. उसने यह खेल सबसे पहले 2011 में शुरू किया था.

कुवैत में भारतीय दूतावास से बनाया पासपोर्ट

मुख्य आरोपी मुनारा बी ने उस समय उसने खुद को भारतीय दिखाकर पासपोर्ट बनवाया. इसके बाद 2012 में उसने अपनी बहन सायरा बानो के नाम पर दूसरा पासपोर्ट निकलवाया, लेकिन उस पर अपनी ही फोटो लगवा दी. इतना ही नहीं, जब पासपोर्ट की अवधि खत्म हुई तो उसने भारत से नया पासपोर्ट न बनवाकर कुवैत स्थित भारतीय दूतावास से तीसरा पासपोर्ट बनवा लिया.

इन पासपोर्ट पर मुनारा बी कई बार बांग्लादेश, दुबई और अन्य देशों की यात्रा कर चुकी है. जांच में यह भी सामने आया है कि उसने खुद को बरेली के मौलानगर की रहने वाली बताकर लोगों को धोखा दिया. अपने पति का नाम भी मोहम्मद यासीन उर्फ कल्लू बताकर वह लंबे समय से यहां की नागरिक बनकर रह रही थी. लेकिन असल में उसका घर बांग्लादेश के जिला जेस्सोर, खुलना में है.

दोनों बहनों के नाम पर बरेली में मकान

पुलिस ने मुनारा बी के साथ उसकी दोनों बहनों सायरा बानो और तसलीमा को भी पकड़ा है. ये दोनों भी भारत में फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर रह रही थी. जांच में यह भी सामने आया है कि दोनों बहनों के नाम पर बरेली में मकान और दूसरी संपत्तियां दर्ज हैं. पुलिस को शक है कि स्थानीय स्तर पर इनकी मदद करने वाले लोग भी हो सकते हैं, क्योंकि बिना मदद के इतना बड़ा खेल करना आसान नहीं है.

मानव तस्करी के एंगल से भी हो रही जांच

प्रेमनगर थाने में दरोगा वीरेश भारद्वाज की तहरीर पर तीनों बहनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. इनमें धोखाधड़ी, जालसाजी, फर्जी दस्तावेज़ तैयार करना, विदेशी अधिनियम और पासपोर्ट अधिनियम शामिल हैं. अब खुफिया एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या इन तीनों का संबंध किसी आतंकी संगठन या मानव तस्करी करने वाले गिरोह से तो नहीं है.