बागपत में धर्मांतरण रैकेट बेनकाब, फेसबुक दोस्ती से किया जा रहा था गुमराह; ऐसे खुला राज
बागपत में फेसबुक दोस्ती के जरिए 'धर्म परिवर्तन नेटवर्क' का खुलासा हुआ है. झारखंड और दिल्ली से आए लोगों ने ग्रामीणों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए बहलाने की कोशिश की, प्रलोभन भी दिए. बजरंग दल कार्यकर्ता की सतर्कता से यह मामला सामने आया. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.
बागपत में फेसबुक के जरिए शुरू हुए धर्म परिवर्तन नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है. खिंदोड़ा गांव में रविवार को लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए गुमराह किया जा रहा था. झारखंड और दिल्ली से आए लोग पहले फेसबुक पर गांव की एक महिला से दोस्ती की. फिर उसके माध्यम से आस-पड़ोस के घरों में पहुंच बनाकर लोगों का धर्मांतरण करा रहे थे. लेकिन बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने इस खेल पर पानी फेर दिया.
बजरंग दल कार्यकर्ता ने इस रैकेट का खुलासा हुआ है. बजरंग दल कार्यकर्ता विनोद कुमार को जब इसका पता चला तो उन्होंने इसका विरोध किया. साथ ही थाना सिंघावली अहीर पुलिस को सूचना दी. पुलिस टीम गांव पहुंची और मौके से मौजूद युवक-युवतियों को हिरासत में ले लिया. आरोपियों के खिलाफ यूपी धर्मांतरण कानून के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.
धर्म परिवर्तन के बदले एक लाख रुपये का लालच
सूत्रों के अनुसार झारखंड निवासी रोहित श्रीवास्तव और पूजा श्रीवास्तव ने फेसबुक पर गांव की ललिता से संपर्क साधा. दोनों ने धीरे-धीरे उसके जरिए अन्य ग्रामीणों से मेलजोल बढ़ाया. एफआईआर के मुताबिक आरोपियों पर ग्रामीणों को धर्म परिवर्तन के बदले एक लाख रुपये तक देने का लालच देने का भी आरोप है. साथ ही हिन्दू धर्म के प्रति भ्रम भी फैलाया जा रहा था.
बताया गया कि पिछले कुछ दिनों से ये लोग गांव में लगातार आ-जा रहे थे. धर्म परिवर्तन से जुड़े ‘आशीर्वाद’ और ‘सुख-समृद्धि’ के नाम पर प्रचार कर रहे थे. रविवार को जब रोहित, पूजा और उनके साथ कुछ अन्य लोग दिल्ली और झारखंड से खिंदोड़ा पहुंचे तो उन्होंने गांव में कई लोगों को इकट्ठा कर कथित तौर पर उकसाने वाला भाषण देना शुरू कर दिया.
योजनाबद्ध तरीके से नेटवर्क फैलाने की कोशिश
ग्रामीणों का कहना है कि भाषण में हिन्दू धर्म के प्रति भ्रम फैलाने वाली बातें की जा रही थी और ईसाई धर्म अपनाने के लिए जोर दिया जा रहा था. पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद बजरंग दल कार्यकर्ता विनोद कुमार की तहरीर पर झारखंड के जमशेदपुर निवासी रोहित श्रीवास्तव, पूजा श्रीवास्तव और मेरठ जनपद के फलावदा निवासी ज्योति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
एफआईआर में बताया गया कि आरोपियों ने शिकायतकर्ता को आर्थिक लाभ का प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करने के लिए दबाव बनाया और गांव में योजनाबद्ध तरीके से अपना नेटवर्क फैलाने की कोशिश की. शिकायत में यह भी दर्ज है कि उन्हें कई बार फोन कर धर्म परिवर्तन के लिए तैयार होने को कहा गया था. गांव के अन्य लोगों को भी प्रभावित करने की कोशिश थी.
क्या यह संगठित गिरोह था? जांच में जुटी पुलिस
थाना सिंघावली अहीर प्रभारी कुलदीप सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. घटना की गहन जांच की जा रही है. गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी प्रकार के विवाद की स्थिति न बने. पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि क्या यह एक संगठित गिरोह था या कुछ लोगों द्वारा चलाया जा रहा स्थानीय स्तर का नेटवर्क.
घटना के बाद से गांव में दहशत और रोष का माहौल है. ग्रामीणों का कहना है कि बाहरी लोगों की गतिविधियां पिछले कुछ समय से संदिग्ध थी. लेकिन रविवार को मामला स्पष्ट रूप से सामने आ गया. फिलहाल पुलिस की जांच से यह तय होगा कि ये लोग कितने समय से गांव को निशाने पर बनाए हुए थे और इनके संपर्क में कितने लोग आ चुके थे.