बरेली में दो नई टाउनशिप की घोषणा, किसानों को मिलेगा चार गुना मुआवजा; जानें सब कुछ
बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) शहर में दो नई टाउनशिप विकसित करेगा. पीलीभीत रोड पर आवासीय और बरेली-मीरगंज में औद्योगिक टाउनशिप बनेगी.यह फैसला शहर के विस्तार, रोजगार और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लिया गया है, जिससे बरेली की सूरत बदलेगी.
बरेली वासियों को बड़ी खुशखबरी है. बरेली विकास प्राधिकरण (BDA) शहर में दो नई टाउनशिप बनाने की घोषणा की है. शनिवार को हुई बोर्ड बैठक में यह फैसला लिया गया. इनमें एक टाउनशिप पीलीभीत रोड पर बनाई जाएगी, जबकि दूसरी औद्योगिक टाउनशिप बरेली–मीरगंज क्षेत्र में विकसित करने की तैयारी है.
बैठक मंडलायुक्त भूपेंद्र एस. चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित हुई. इन दोनों परियोजनाओं के लिए किसानों से जमीन ली जाएगी और इसके बदले किसानों को चार गुना मुआवजा दिया जाएगा. बैठक में कुल छह नए प्रस्ताव मंजूर किए गए और नौ पुराने प्रस्तावों पर भी मुहर लगाई गई है.
पीलीभीत रोड पर बनेगी रिहायशी टाउनशिप
दरअसल, बीडीए की सबसे बड़ी और महत्वाकांक्षी योजना पीलीभीत बाईपास रोड पर बन रही नई रिहायशी टाउनशिप है. इस प्रोजेक्ट की लागत करीब 1327 करोड़ रुपये आंकी गई है. इस टाउनशिप के लिए कुल 267.1443 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा. इसमें लगभग 820 गाटे (खेत) शामिल होंगे.
इसके लिए बीडीए कुल नौ गांवों की जमीन अपने नाम करवाएगा. इसमें अडूपुरा जागीर, अहिलादपुर, आसपुर, खूबचंद, कुम्हरा, कलापुर, बरकापुर, मोहरनियां, हरहरपुर और नवदिया कुर्मियान गांव शामिल है. बीडीए किसानों को उनकी जमीन के बदले चार गुना अधिक भुगतान करेगा, जिससे किसानों को आर्थिक रूप से काफी लाभ मिलेगा.
टाउनशिप में आधुनिक प्लॉट, पार्किंग, चौड़ी सड़कें, पार्क, पानी और सीवर की बेहतर व्यवस्था होगी. यहां 26,500 वर्ग मीटर के हिसाब से आवासीय भूखंड और 53,000 वर्ग मीटर के हिसाब से व्यावसायिक भूखंड उपलब्ध कराए जाएंगे. इस नई टाउनशिप के बन जाने से शहर के पूर्वी हिस्से में तेज विकास होगा और नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे.
बरेली-मीरगंज इलाके में औद्योगिक टाउनशिप
दूसरी बड़ी परियोजना औद्योगिक टाउनशिप की है, जिसे बरेली और मीरगंज तहसील के चार गांवों में विकसित किया जाएगा. इस टाउनशिप के लिए कुल 125.48 हेक्टेयर भूमि ली जाएगी. इसमें बरेली तहसील के गांव रसूला चौधरी की 119.49 हेक्टेयर, भिटौरा नौगवां की 2.30 हेक्टेयर, चिटौली की 2.24 हेक्टेयर और रहपुरा जागीर की 1.44 हेक्टेयर भूमि शामिल है.
इस औद्योगिक क्षेत्र में इंडस्ट्रियल प्लॉट, वेयरहाउस और ट्रांसपोर्ट नगर बनाया जाएगा. ट्रांसपोर्ट नगर बनने से ट्रकों के लिए व्यवस्थित पार्किंग, गोदाम, मरम्मत केंद्र और व्यापारियों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी. इससे बरेली के उद्योगों और व्यापार को नई गति मिलेगी. इससे बरेली जिले की औद्योगिक छवि भी मजबूत होगी.
रामगंगानगर की 2281 वर्ग मीटर जमीन होगी कॉमर्शियल
मीटिंग में तीसरा बड़ा फैसला रामगंगानगर आवासीय योजना से जुड़ा रहा. यहां 2,281 वर्ग मीटर जमीन पेट्रोल पंप के लिए आरक्षित थी. बीडीए इस जमीन की चार बार नीलामी करा चुका था, लेकिन कोई भी खरीदार सामने नहीं आया. अब बीडीए ने इस जमीन को कॉमर्शियल कैटेगरी में बदलने का फैसला लिया है.
बीडीए का मकशद इसे अन्य व्यवसायिक उपयोग में लाने की है. पेट्रोल पंप के लिए दूसरी जगह 350 वर्ग मीटर भूमि आरक्षित की जाएगी. इससे रामगंगानगर की तरफ बढ़ते शहरीकरण को देखते हुए नए व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा और सुविधाएं भी बढ़ेंगी. साथ ही इन योजनाओं से बरेली शहर का भविष्य काफी बदलेगा.