खुद शिकायत करते, जांच करते और क्लोज कराते थे कंप्लेंट; मेरठ में सस्पेंड हुए ये 5 वसूलीबाज पुलिसकर्मी

मेरठ में पांच पुलिसकर्मियों को अवैध वसूली के आरोप में निलंबित किया गया है. ये पुलिसकर्मी राहगीरों के फोन से 112 पर शिकायत दर्ज कर खुद को घटना स्थल पर पहुंचाते थे. इसके बाद वसूली कर शिकायत बंद कर देते थे. एसएसपी ने मामले का खुलासा होने पर एक्शन लिया और एफआईआर दर्ज कराई है.

सांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश में मेरठ की पुलिस सुधरने का नाम नहीं ले रही. यहां एक बार फिर पांच पुलिस वालों को नागरिकों से अवैध वसूली के आरोप में सस्पेंड किया गया है. ये पुलिस वाले किसी भी घटना स्थल पर पहुंचते थे और खुद किसी राहगीर के फोन से पुलिस कंट्रोल रूम 112 में फोन कर कंप्लेंट करते थे. चूंकि उनकी लोकेशन वहीं मिलती थी, इसलिए उन्हें ही मामले की जांच मिल जाती और फिर ये पैसे रूपये लेकर मामले को रफा-दफा कर देते थे. इसके बाद खुद ही 112 पर कॉल कर कंप्लेंट को क्लोज करा देते थे. इन वसूलीबाज पुलिस वालों के गिरोह का खुलासा होने के बाद एसएसपी मेरठ ने इन सभी को स्सपेंड किया है.

एसएसपी मेरठ विपिन ताडा के मुताबिक यह पांच पुलिसकर्मी परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र की पीआरबी में तैनात थे और दो शिफ्टों में ड्यूटी करते थे. पिछले दिनों इनके बारे में गुप्त शिकायत आई थी. इसमें बताया गया था कि गश्त के दौरान ये पुलिसकर्मी राह चलते किसी व्यक्ति को रोक कर उसका फोन लेते थे और 112 पर कॉल कर किसी घटना की सूचना देते थे. कंट्रोल रूम को इनकी लोकेशन घटनास्थल के पास मिलती थी, इसलिए वह इवेंट इन्हें अलॉट हो जाता था. इसके बाद ये उस स्थान पर पहुंचकर अवैध वसूली करने के बाद कंट्रोल रूप में कॉलकर कंपलेंट क्लोज करा देते थे.

सही पायी गई शिकायत तो हुआ एक्शन

एसएसपी के मुताबिक शिकायत की जांच में आरोप सही पाए गए. इसके बाद पीआरवी UP32DG 6343 पर दोनों शिफ्ट में तैनात इन पुलिस कर्मियों यशपाल सिंह, प्रमोद कुमार, जितेन्द्र कुमार, चालक राजन, होमगार्ड सुशील कुमार के सस्पेंड करते हुए विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि पिछले दिनों कंट्रोल रूम में अवैध शराब बिक्री की एक कॉल आई थी. इन पुलिसकर्मियों को इवेंट मिला तो कुछ ही देर में इन्होंने सूचना को फर्जी बताते हुए कंप्लेंट क्लोज करा दिया. इस मामले की जांच कराई गई तो इस पूरे मामले का खुलासा हुआ.

मुकदमा भी दर्ज

एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि मामले का खुलासा होने के बाद इन पांचों पुलिसकर्मियों के खिलाफ सिविल लाइन थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसके अलावा इनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू की गई है. इसी क्रम में इस वसूलीबाज पुलिसकर्मियों के गिरोह में शामिल होमगार्ड के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए रिपोर्ट कमांडेंट होमगार्ड को भेजी गई है. उन्होंने बताया कि मामले की जांच के दौरान कोई नया तथ्य सामने आने के बाद उसके मुताबिक आगे की कार्रवाई होगी.