धर्मांतरण, आतंकी कनेक्शन और विदेशी फंड… एक और छांगुर का सामने आया काला सच
यूपी में एक बड़े अवैध धर्मांतरण गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. यह गिरोह हाल में पकड़े गए छांगुर बाबा के रैकेट से भी बड़ा है. गिरोह युवतियों को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराता था और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फंडिंग प्राप्त करता था. पुलिस ने 6 राज्यों में छापेमारी कर 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

योगी सरकार अवैध धर्मांतरण को लेकर लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. योगी सरकार की पुलिस ने अवैध धर्मांतरण को रैकेट चलाने वाले जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के खिलाफ एक्शन के बाद एक और बड़े अवैध धर्मांतरण का रैकेट चलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह प्रदेश में युवतियों को बरगलाकर, प्रलोभन देकर और कट्टरपंथी सोच के जरिए अवैध धर्मांतरण कराने में संलिप्त था.
पुलिस ने गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 6 राज्यों से 10 आरोपियों को अरेस्ट किया है. अवैध धर्मांतरण गिरोह के लिए कनाडा, अमेरिका और दुबई से फंडिंग हो रही थी. डीजीपी राजीव कृष्ण ने बताया कि पुलिस को आगरा से दो सगी बहनों के लापता होने की सूचना मिली. पुलिस ने मामले की जांच कि तो अवैध धर्मांतरण का पूरा खेल सामने आया. जांच में पता चला कि दोनों लड़कियों का ब्रैन वॉश कर अवैध धर्मांतरण किया गया.
PAK आतंकी संगठनों से मिले गिरोह के तार
डीजीपी ने बताया कि आगरा से लापता लड़कियों के मामले की जांच की कमान पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार को दी गई. उन्होंने मामले की जांच के लिए सात टीमें बनाईं. इस दौरान कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. उसके बाद पुलिस ने छापेमारी शुरू की. टीम को कोलकाता भेजा गया, जहां आगरा से लापता दोनों सगी बहनों को बरामद किया गया. इसके बाद टीम ने 6 अलग-अलग राज्यों में छापेमारी कर 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया.
उन्होंने बताया कि अभी तक की शुरुआती जांच में इस गिरोह के पीएफआई, एसडीपीआाई और पाकिस्तानी आतंकी संगठनों से संबंध होने के संकेत मिले हैं. इनके तौर-तरीके, फंडिंग का दायरा और कार्यशैली आईएसआईएस जैसे वैश्विक आतंकी संगठनों की तर्ज पर ही संचालित होती थी. आगरा प्रकरण में पकड़े गए आरोपी, विशेषकर युवतियों और नाबालिग लड़कियों को प्यार, नौकरी, आर्थिक मदद और धर्म से जुड़ी भ्रांतियों के माध्यम से फंसाते थे.
मिशन अस्मिता के तहत पुलिस की कार्रवाई
डीजीपी ने बताया कि मिशन अस्मिता के तहत इससे पहले भी कई संगठित अवैध धर्मांतरण रैकेट का भंडाफोड़ हो चुका है. इसी मिशन के तहत पहले मोहम्मद उमर गौतम और मुफ्ती जहांगीर आलम कासमी जैसे आरोपी गिरफ्तार किए गए थे. इसी कड़ी में हाल में जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के अवैध धर्म परिवर्तन के सिंडिकेट का भी पर्दाफाश किया गया. इसमें एसटीएफ और एटीएस की जांच जारी है.
पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए यूपी समेत दिल्ली, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, गोवा और उत्तराखंड में छापेमारी की थी. जहां से धर्मांतरण गिरोह में शामिल 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने आरोपियों की पहचान, आयशा (एस.बी. कृष्णा) गोवा, मोहम्मद अली और जुनैद कुरैशी जयपुर, अली हसन (शेखर रॉय) और ओसामा कोलकाता, रहमान कुरैशी और अब्बू तालिब को यूपी से, अबुर रहमान को देहरादून से जबकि मुस्तफा (मनोज) को दिल्ली से गिरफ्तार किया है.



