‘छोटी सी गली में रहता हूं…’ अखिलेश यादव के लिए ऐसा क्यों बोले आजम खान? जेल में धीमा जहर का किया खंडन

जेल से बाहर आने के बाद आजम खान के बयानों से राजनीतिक अटकलें तेज हो गईं हैं. अखिलेश यादव के रामपुर आगमन पर उन्होंने स्वागत की बात कही, लेकिन इसे तंज के रूप में भी देखा जा रहा है. आजम खान ने अब जौहर यूनिवर्सिटी पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही है. इस दौरान उन्होंने धीमा जहर वाली बात को भी गलतफहमी बताते हुए खारिज किया.

सपा नेता आजम खान ने फिर कसा तंज Image Credit:

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खान के जेल से बाहर आने के बाद अटकलों का बाजार गर्म है. आजम खान अपने बयानों से खुद इस तरह की अटकलों को हवा देते नजर आ रहे हैं और फिर उनका खंडन भी कर रहे हैं. एक बार फिर उन्होंने ऐसा ही एक बयान अखिलेश यादव के लिए दिया है. अखिलेश यादव के रामपुर आने संबंध सवाल पर उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में कहा कि छोटी सी गली में रहता हूं. यहां कई फीट पानी भर जाता है. यहां बड़े लोग आएंगे तो अच्छा ही होगा. कहा कि उनकी गली में हर बड़े आदमी का स्वागत है.

राजनीतिक हलके में उनके इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं. कोई उनके इस बयान को अखिलेश यादव पर तंज बता रहा है तो कोई इसकी व्याख्या दूसरे तरीके से करने की कोशिश कर रहा. हालांकि खुद आजम खान इस बयान के आगे चुप्पी साध जा रहे हैं. दरअसल दिल्ली में अपने इलाज के बाद सोमवार को ही आजम खान रामपुर स्थित अपने घर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी का दौरा किया और छात्रों से सियासी और सामाजिक मुद्दों पर बातचीत की.

कहा- बड़े लोगों का स्वागत है

इस दौरान मीडिया ने उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल किया, इसके जवाब में आजम ने कहा कि अब यह यूनिवर्सिटी ही उनका फोकस है. वहीं जब उनसे पूछा गया कि अखिलेश यादव उनसे मिलने के लिए रामपुर आ रहे हैं, तो इसके जवाब में आजम ने कहा कि उन्हें भी मीडिया के जरिए सूचना मिली है. कहा कि उनकी गली में हर बड़े आदमी का स्वागत है. बड़े लोग आएंगे तो उन्हें अच्छा ही लगेगा. इस दौरान जेल में धीमा जहर देने की बात को उन्होंने खारिज किया.

गलतफहमी है धीमा जहर वाली बात

कहा कि सपा नेता शाहिद सिद्दीकी उनसे मिले थे और इस मुलाकात के दौरान जो बातें हुई, शायद इससे उन्हें गलतफहमी हो गई है. उन्होंने कहा कि टीवी और अखबारों से उन्हें मुख्तार अंसारी के इंतकाल की जानकारी हुई थी. पता चला कि मुख्तार को धीमा जहर दिया जा रहा था. इस खबर के बाद उन्होंने भी खाने पीने में एहतियात बरतना शुरू कर दिया था. वहीं जेल में खुद खाना बनाने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि वह खाना बना ही नहीं सकते. हां, नींबू से अचार जरूर बना लेतेथे.