UP बीजेपी के निर्विरोध ‘चौधरी’ बनेंगे पंकज, नहीं आया कोई और नामांकन; आखिरी तीन दिन में कैसे बदले समीकरण?
यूपी बीजेपी अध्यक्ष पद पर पंकज चौधरी का अध्यक्ष बनना तय है. उनका चुनाव वैसे तो निर्विरोध हुआ है, हालांकि आधिकारिक ऐलान होना बाकी है. अंतिम तीन दिनों में समीकरण ऐसे बदले कि पंकज चौधरी के विरोध में किसी और ने नामांकन ही नहीं किया. हालांकि केंद्रीय नेतृत्व ने कुर्मी वोट बैंक साधने और पावर कंट्रोल के लिए यह फैसला लिया. पढ़िए इनसाइड स्टोरी.
यूपी बीजेपी के अध्यक्ष का चुनाव इस बार काफी रोमांचक रहा. एक से एक दिग्गज इस पद की दौड़ में थे. अचानक तीन दिन पहले महाराजगंज से सात बार के सांसद पंकज चौधरी का नाम आया और देखते ही देखते पूरा पासा ही पलट गया. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रहे लक्ष्मीकांत बाजपेयी के चुनाव के बाद ऐसा पहली बार हुआ, जब पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष चुनने के लिए इतनी सारी औपचारिकताएं की. लेकिन ये क्यों और कैसे हुआ? आइए, आज इसी पर चर्चा कर लेते हैं.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए शनिवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में नामांकन होना था. पार्टी के तमाम दिग्गज सुबह से ही पार्टी कार्यालय में जमे थे. माना जा रहा था कि पंकज चौधरी नामांकन करेंगे, लेकिन इसी बीच साध्वी निरंजन ज्योति पार्टी कार्यालय पहुंची. इससे हवा उड़ी की वह भी नामांकन फार्म भरने जा रहीं हैं. हालांकि उन्होंने उसी समय मीडिया बात करते हुए साफ कर दिया कि वह प्रस्तावक हैं. इसी दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का भी नाम उछला. करीब ढाई बजे तक ऐसे ही गहमागहमी का माहौल बना रहा.
नहीं आया कोई दूसरा नामांकन
इतने में एक तरफ से सीएम योगी तो दूसरी तरफ से केंद्रीय पर्यवेक्षक विनोद तावड़े और थोड़ी ही देर में पंकज चौधरी पार्टी कार्यालय पहुंचे और महज कुछ ही मिनटों में पंकज चौधरी का नामांकन हो गया. इसके बाद सीएम योगी वहां से निकल गए. हालांकि पार्टी नेतृत्व ने यह साफ कर दिया कि पंकज चौधरी का कोई विरोध नहीं है. पार्टी ने अन्य नामांकन के लिए 3 बजे तक समय दिया था, लेकिन कोई अन्य दावेदार निकलकर सामने नहीं आया. यहां तक कि जो लोग इस पद की दौड़ दिल्ली-लखनऊ एक किए हुए थे, वो भी पंकज चौधरी के साथ नजर आए.
ऐसे बदले समीकरण
आइए, अब बात कर लेते हैं कि ये हुआ कैसे? आखिरी तीन दिन में समीकरण कैसे बदल गए? दरअसल पिछले लोकसभा चुनावों में कुर्मी वोट बैंक बीजेपी से खिसक कर सपा के पाले में चला गया था. इसकी वजह से पार्टी को कई महत्वपूर्ण सीटों से हाथ धोना पड़ा था. इसलिए केंद्रीय नेतृत्व ने पहले ही साफ कर दिया था कि इस बार अध्यक्ष इसी वर्ग से होगा. इसके बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से लेकर साध्वी निरंजन, ज्योति, BL वर्मा का नाम रेस में ऊपर आ गया था. बावजूद इसके, तीन दिन पहले अचानक से एक नाम आया महाराजगंज से सात बार के सांसद पंकज चौधरी का.
ऐसे बनी सहमति
यह नाम काफी चौंकाने वाला था. माना जा रहा था कि इस नाम पर खुद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ही सहमत नहीं होंगे. हालांकि पार्टी ने सब मैनेज कर लिया. संगठन महामंत्री BL संतोष ने खुद दिल्ली से आकर सीएम योगी को केंद्रीय नेतृत्व के फैसले से अवगत कराया. जिसके बाद सीएम योगी ने भी इस फैसले पर सहमति दे दी. इसके बाद महज 24 घंटे पहले यह साफ हो गया कि पंकज चौधरी निर्विरोध चुने जाएंगे. दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंकज चौधरी को गृह मंत्री अमित शाह , भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और संगठन महामंत्री BL संतोष से मुलाकात करने को कहा गया. इन तीनों की मुलाकात के बाद लखनऊ के सांसद और रक्षा मंत्री राजनाथ से मिलने को कहा गया. इसके बाद गुरुवार को तस्वीर सुबह ही साफ हो गई थी कि पंकज चौधरी अब बीजेपी के नए बॉस होंगे.
आज होगा आधिकारिक ऐलान
इसके बाद शनिवार को सीएम योगी, केंद्रीय पर्यवेक्षक विनोद तावड़े, निवर्तमान अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की मौजूदगी में चौधरी ने नामांकन दाखिल कर दिया. पंकज चौधरी के प्रस्तावक डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, प्रदेश सरकार में मंत्री सूर्य प्रताप शाही, पूर्व अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, दारा सिंह चौहान, एके शर्मा व असीम अरुण और केंद्रीय मंत्री कमलेश पासवान बने. इसी के साथ पंकज चौधरी के अध्यक्ष बनने का रास्ता साफ हो गया है. हालांकि इसका अधिकारिक ऐलान आज केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और सीएम योगी की मौजूदगी में किया जाएगा. इसके लिए डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के सभागार में ‘मेगा इंवेंट’आयोजित किया जा रहा है.
बीजेपी के 17वें अध्यक्ष बनेंगे पंकज चौधरी
पार्टी सूत्रों के मुताबिक पंकज चौधरी बीजेपी के 17वें अध्यक्ष बनेंगे. वहीं अध्यक्ष की कुर्सी पर पहुंचने वाले वह चौथे कुर्मी नेता होंगे. इनसे पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की कमान फायर ब्रांड नेता विनय कटियार, ओम प्रकाश सिंह और स्वतंत्रदेव सिंह संभाल चुके हैं. यह सभी नेता बिना चुनावी औपचारिकता के ही अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचे थे, लेकिन लंबे समय बाद पार्टी ने इस बार चुनावी औपचरिकताओं को भी पूरा कराया है. इसमें विधिवत नामांकन हुआ और अन्य उम्मीदवारों को भी अपने नामांकन दाखिल करने के लिए अवसर दिया गया. यह अलग बात है कि किसी और ने अब तक नामांकन दाखिल नहीं किया है.
पार्टी और सरकार में पूर्वांचल का दबदबा
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए पंकज चौधरी का रास्ता साफ होने के साथ ही पार्टी और सरकार में पूर्वांचल का दबदबा बढ़ गया है. खुद सीएम योगी गोरखपुर यानी पूर्वांचल से हैं. वहीं पंकज चौधरी भी महाराजगंज से 7 बार के सांसद रहने के साथ ही गोरखपुर नगर निगम के डिप्टी मेयर रह चुके हैं. कोइरी-कुर्मी बाहुल्य पूर्वांचल के इलाकों में पंकज चौधरी की काफी दखल भी है. इस तरह बने ताजा हालात में गोरखपुर सत्ता का नया केंद्र बनकर उभरता नजर आ रहा है.
