मैं लालटेन युग पर बात कर रहा था… बिहार में मुफ्त बिजली पर मंत्री एके शर्मा की सफाई

यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बिहार में मुफ्त बिजली देने के ऐलान पर विवादास्पद बयान दिया था. वहीं, अब उन्होंने अपने बयान पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि उनका बयान बिहार के 'लालटेन युग' को लेकर था. अगर बिहार में जंगलराज आएगा तो न बिजली आएगी और न बिल.

यूपी के बिजली मंत्री एके शर्मा (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री अरविंद कुमार सिंह ने बिहार में बिजली मुफ्त देने की घोषणा पर तंज कसा था. इसके बाद उनकी अपनी ही पार्टी की सरकार पर बयान देने को लेकर आलोचना होने लगी थी. यहां तक की विपक्ष ने भी इसपर चुटकी ली. यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने रविवार को अपने बयान पर सफाई दी है. उनका कहना है कि वह बिहार में लालटेन युग पर ये बयान दिया था.

एके शर्मा ने शनिवार को बिहार में मुफ्त बिजली देने की घोषणा पर कहा था कि ना बिजली आएगी, न बिल… तो हो गई बिजली मुफ्त. यूपी में हम सभी को बिजली दे रहे हैं. इस बयान के बाद कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने कहा कि योगी सरकार के मंत्री ने अपनी ही सरकार के जुमलों की हवा निकाल दी है. अब एके शर्मा का कहना है उनके बयान को आधा-अधुरा प्रकाशित किया गया.

लालटेन जीतेगी तो न बिजली आएगी न बिल

यूपी के बिजली मंत्री एके शर्मा आज मुरादाबाद पहुंचे. जहां उन्होंने कई योजनाओं का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए अपने बयान पर सफाई दी. उन्होंने कहा, ‘हमने बयान यह नहीं दिया, आप लोगों ने आधा सुना. मैंने कहा कि अगर बिहार में लालटेन युग आएगा, तो बिजली नहीं मिलेगी. अगर लालटेन को हम जिताते हैं तो स्वाभाविक है कि बिजली का स्थान नहीं रहेगा.’

उन्होंने कहा कि अगर बिहार में लालटेन जीतेगी तो न बिजली आएगी न उसका बिल आएगा. वर्तमान में नीतीश सरकार बहुत अच्छा काम कर रही है. सीएम नीतीश कुमार ने जो मुफ्त बिजली देने का वादा किया है इसके लिए मैं बिहार की जनता को बधाई देता हूं. लेकिन में राज्य की जनता को फिर से सावधान करना चाहूंगा कि वह जंगलराज में न पहुंच जाए. बिहार में एक अगस्त से घरेलू उपभोक्ताओं को 175 यूनिट तक बिजली फ्री मिलेगी.

कावड़ यात्रा पर सपा नेता के बयान पर हमला

यूपी में मंत्री एके सिंह ने इस दौरान समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद के कावड़ यात्रा पर दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि यह बात सही कावड़ यात्रा पहली बार नहीं हो रही है. 2025 में कुंभ भी पहली बार नहीं हुआ. कावड़ का उदाहरण हो या कुंभ का उदहारण हो सपा ने संस्कृति की उत्सवों का अपेक्षा किया है. अब जब सरकार इसे बढ़ावा दे रही है तो उन्हें जलन तो होगी ही.