20 लाख रुपये दो वरना तुम्हारे भाई को यमुना में बहा देंगे… कानून के रखवाले ने ही किया छात्र का अपहरण
आगरा में एक सिपाही ने अपने 2 साथियों के साथ मिलकर 23 वर्षीय छात्र का अपहरण कर लिया. छात्र को छोड़ने के एवज में अपराधियों ने 20 लाख रुपये की फिरौती मांगी. फिरौती नहीं मिलने पर छात्र को यमुना में बहाने की धमकी भी दी. फिलहाल, आगरा पुलिस ने छात्र की सुरक्षित बरामदगी कर ली है.
कानून के रखवाले ही कानून तोड़ने लगे तो क्या कहा जाए? आगरा से ऐसा ही एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां एक पुलिसकर्मी ने 2 लोगों के साथ मिलकर एक छात्र का अपहरण कर लिया और परिवार से 20 लाख रुपये की फिरौती की मांग की. घटना सामने आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर ही छात्र की बरामदगी कर ली है और तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है.
दरअसल, सोमवार यानी 22 सितंबर को को बाह निवासी 23 वर्षीय छात्र हर्षवर्धन को सिकंदरा स्थित कारगिल चौराहे से कार में अगवा कर लिया. अपहरण का आरोप थाना सैंया में तैनात सिपाही मोनू तालान और उसके दो साथियों, राहुल और राजकुमार पर लगा है. हर्षवर्धन अपने भाई के साथ न्यू आगरा में रहकर एसएससी की तैयारी कर रहा है. जानकारी के मुताबिक राहुल और राजकुमार हर्षवर्धन को जानते थे. उन्होंने ही सिपाही मोनू तालान के साथ मिलकर छात्र के अपहरण की योजना बनाई.
पहले 20 लाख की फिरौती फिर 5 लाख पर हुए राजी
अपहरण के बाद आरोपियों ने रात करीब 2:30 बजे हर्षवर्धन के भाई कुशल सिंह को फोन किया और 20 लाख रुपये की डिमांड की. आरोपियों ने धमकी दी अगर फिरौती नहीं दी गई तो हर्षवर्धन को झूठे आरोप में जेल भेज देंगे या फिर यमुना में बहा देंगे. धमकी सुनकर परिवार घबरा गया और अपराधियों से रकम कम करने की गुहार करने लगे. फिर जाकर आरोपी 5 लाख की फिरौती पर राजी हुए.
तीनों आरोपियों को पुलिस ने ऐसे दबोचा
23 सितंबर को हर्षवर्धन के भाई ने थाना न्यू आगरा पुलिस को हर्षवर्धन के अपहरण की जानकारी दी, जिसके बाद एसीपी हरीपर्वत अक्षय संजय महाडिक ने तुरंत एक टीम बनाई. पुलिस ने फिरौती देने के बहाने आरोपियों को पोइया घाट के पास बुलाया. सर्विलांस की मदद से पुलिस ने तीनों आरोपियों को दबोच लिया और हर्षवर्धन की बरामदगी कर ली.
आरोपियों पर अपहरण का केस दर्ज किया गया
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि आरोपियों पर फिरौती के लिए अपहरण का केस दर्ज कर लिया गया है. पकड़े गए तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है. छात्र हर्षवर्धन ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उसे पूरी रात कार में घुमाया, खाना नहीं दिया और लगातार धमकाते रहे.
सिपाही मोनू तालान पर पहले से ही कई अपराधिक मामले
पुलिस जांच में ये बात सामने आई है कि आरोपी सिपाही मोनू तालान के नाम पर पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड दर्ज है. उसपर 2019 में ग्रेटर नोएडा के जेवर थाने में बलवा, बंधक बनाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का केस है. 2023 में हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर थाने में दुष्कर्म और धोखाधड़ी का केस दर्ज है. 2023 में ही बरेली में उसके खिलाफ फरीदपुर थाने में मारपीट और जान से मारने की धमकी का मामला भी सामने आया था.
वीआईपी ड्यूटी के बाद से गायब था सिपाही मोनू तालान
एसीपी हरीपर्वत ने बताया कि सिपाही मोनू तालान ने यह वारदात वीआईपी ड्यूटी के बाद की थी. वह 20 सितंबर को ड्यूटी पर आया था और अगले दिन वीआईपी ड्यूटी के बाद बिना बताए गायब हो गया था. पुलिस के मुताबिक, हर्षवर्धन ऑनलाइन गेम से पैसे कमाता था, जिसकी जानकारी आरोपियों को हो गई थी. इसी रुपयों को हासिल करने के लिए उसका अपहरण किया गया था.