कौन थे टीचर दानिश राव जिनकी AMU में गोली मारकर हुई हत्या? पूर्व MLA से भी खास रिश्ता
AMU कैंपस के अंदर टीचर दानिश राव की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वह कैंपस के अंदर मौलाना आजाद लाइब्रेरी के पास अपने दो साथियों के साथ टहल रहे थे. इस बीच बाइक से आए दो नकाबपोश बदमाशों ने उनपर हमला कर दिया.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में शिक्षक दानिश राव दो बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं. घटना के बाद आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया. यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. यह घटना मौलाना आजाद लाइब्रेरी के पास हुई, जहां दानिश राव रोजाना टहलने जाते थे.
पहले कही ये बात फिर हमलावरों ने चला दी गोली
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक दानिश राव मौलाना आजाद लाइब्रेरी के पास अपने दो साथियों के साथ टहल रहे थे. इस बीच दो नकाबपोश बदमाश बाइक से आए. गोली चलाने से पहले हमलवारों ने उनसे कहा कि ‘अब तो मुझे पहचानोगे मैं कौन हूं’ फिर गाली-गलौज की और फायरिंग कर दी. इस दौरान बदमाशों ने दो पिस्टल से तकरीबन 10 राउंड फायरिंग की. कहां जा रहा है कि बदमाशों और दानिश राव में पहले से जान-पहचान थी.
पूर्व विधायक दामाद थे दानिश राव
दानिश राव पैतृक रूप से बुलंदशहर के डिवाई क्षेत्र के रहने वाले थे. हालांकि, उनका परिवार कई दशकों से अलीगढ़ में रह रहा था. उनकी मां एएमयू में टीचर रह चुकी हैं और उनके पिता भी अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में कर्मचारी रहे हैं. खुद दानिश अली भी एएमयू से पढ़ाई करने के बाद ABK बॉयज स्कूल में कंप्यूटर टीचर थे. उनके भाई भी भाई एएमयू के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में टीचर हैं. इसके अलावा वह ठाकुरद्वारा विधानसभा सीट से कांग्रेस के पूर्व विधायक रहे डॉ. मोहम्मद उल्लाह चौधरी के दामाद थे.
पुरानी रंजिश के एंगल पर भी जांच कर रही पुलिस
फिलहाल इस घटना के बाद पुलिस ने लोगों के बयान और सीसीटीवी के आधार पर मामला दर्ज कर लिया. फिलहाल, हमलावरों की तलाश की जा रही है. पुलिस के मुताबिक हमलावर दानिश को पहले से जानने वाले हो सकते हैं. पुलिस पुरानी रंजिश के एंगल पर जांच कर रही है. हालांकि, परिवार का कहना है कि उन्हें किसी ऐसी रंजिश और विवाद की जानकारी नहीं है
