28 लाख दीये, 21000 लोग… इस दीपोत्सव रामनगरी में बनेंगे ये रिकॉर्ड, गिनीज बुक की टीम भी पहुंची

अयोध्या में दीपोत्सव 2023 खास है, जहां 28 लाख दीये जलकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी है. इसी प्रकार 21000 लोग सरयू आरती में शामिल होकर दूसरा और नया विश्व रिकार्ड बनाएंगे. गिनीज बुक की टीम भी रिकॉर्ड दर्ज करने के लिए अयोध्या पहुंची है. CM योगी की निगरानी में स्वयंसेवक उत्साह से तैयारियां कर रहे हैं, जिससे यह ऐतिहासिक दीपोत्सव भव्य और दिव्य बने.

अयोध्या की दिवाली

रामनगरी अयोध्या में वैसे तो हमेशा से ही दिवाली का उत्सव बेहद खास रहा है, लेकिन उत्तर प्रदेश में सीएम योगी की अगुवाई में यह नौंवा दीपोत्सव कई मायने में अहम है. इस दीपोत्सव राम नगरी में जहां 28 लाख दीये जलेंगे, वहीं 21000 लोग सरयू आरती में भाग लेकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाएंगे. इसके लिए सभी तैयारियां पहले ही पूरी कर ली गई हैं. खुद सीएम योगी इन सभी इंतजामों की निगरानी कर रहे हैं. शाम को उनकी मौजूदगी में ही एक साथ सभी 28 लाख दीये जलेंगे और सरयू महारानी की दिव्य एवं भव्य आरती भी होगी.

जानकारी के मुताबिक इस केवल राम की पैड़ी पर ही 26 लाख 11 हजार 101 दीये जलेंगे. करीब 30 हजार से अधिक स्वयंसेवकों ने यहां 56 घाटों पर दीये बिछाने और उनमें तेल भरने के साथ इनमें बाती लगाने का काम पूरा कर लिया है. इसी के साथ इस दीपोत्सव को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज करने के लिए गिनीज बुक की टीम ने बिछाए गए दीयों की काउंटिंग शुरू कर दी है. इसके लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि लगातार तीन दिनों से अवध विश्वविद्यालय के घाट संयोजकों और प्रभारियों की निगरानी में दीये बिछाने और तेल-बाती डाने की कवायद चल रही है.

देखते ही बन रहा स्वयंसेवकों का उत्साह

अयोध्या के इस दीपोत्सव को भव्य, दिव्य और अनूठा बनाने के लिए अवध विश्वविद्यालय के साथ ही संबंद्ध कॉलेजों, इंटर कॉलेजों के छात्र जी जान से जुटे हैं. इसके अलावा बड़ी संख्या में स्वयंसेवी संस्थाओं के सदस्य भी इसमें सहयोग कर रहे हैं. दोपहर में हो रही तेज धूप के बावजूद ये स्वयं सेवक बिना थके और बिना रूके दीये बिछाने और उसमें तेल भरने का काम कर रहे हैं. पूछने पर बताया कि उनका काम विश्व रिकॉर्ड में दर्ज होने वाला है, इसकी वजह से उनका उत्साह कई गुना बढ़ गया है. इन स्वयंसेवकों के मुताबिक कई घाटों पर दीये से रामायण कालीन प्रसंगों को उकेरने की कोशिश की गई है. इसी प्रकार घाट नंबर 10 पर 80 हजार दीयों से स्वास्तिक बनाई गई है.

एक साथ जल उठेंगे 28 लाख दीये

स्वयंसेवकों के मुताबिक दीयों में तेल भरने के लिए सरसों के तेल की एक-एक लीटर की बोतल मिली है. ध्यान रखना है कि फर्श पर तेल ना गिरे, इसी के साथ दीयों में लगने वाली बाती के अगले हिस्से में कपूर लगाया जा रहा है. इससे दीयों को जलाने में ना तो दिक्कत होगी और ना ही देर लगेगी. सभी स्वयंसेवक एक निर्धारित एरिया में दीप जलाएंगे. इससे कुछ ही पलों में सभी 28 लाख दीये जल उठेंगे. इससे माहौल दिव्य और भव्य हो जाएगा. इस दौरान सभी स्वयंसेवक व समन्वयक सूती कपड़ों में ही घाटों पर मौजूद रहेंगे.

गड़बड़ी रोकने के लिए फुलप्रूफ तैयारी

इस दीपोत्सव में किसी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए फुलप्रूफ तैयारियां की है. अवध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह के मुताबिक घाटों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. यहां किसी को भी बिना आईकार्ड और विशेष परिधान के एंट्री नहीं दी जा रही है. बताया जा रहा है कि आज करीब साढ़े छह घंटे खुद मुख्यमंत्री मौजूद रहेंगे. इस दौरान वह दीपोत्सव और सरयू महारानी की आरती में भी शामिल होंगे. फिर देर रात वह अयोध्या के ही सरयू अतिथि गृह में ठहरेंगे और अगले दिन यानी दिवाली के दिन अन्य कार्यक्रमों के साक्षी बनेंगे.

शहर में किए गए कई डायवर्जन

अयोध्या में भव्य तरीके से मनाए जा रहे इस नौंवे दीपोत्सव में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है. ऐसी स्थिति में अव्यवस्था से बचने के लिए प्रशासन ने शहर में कई जगह डायवर्जन किए हैं. खासतौर पर राम की पैड़ी जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया गया है. यह डायवर्जन आज सुबह 6.00 बजे से लागू कर दिया गया है और दिवाली की देर रात लागू रहेगा. इस दौरान पुराने सरयू पुल, रामपथ, नयाघाट, टेढ़ीबाजार आदि क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही नहीं होगी. इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने वाहन चालकों को वैकल्पिक मार्ग सुझाए हैं.