150 करोड़ लागत, 6 महीने पहले उद्घाटन; पहली बरसात में ही धंसा रामनगरी को लखन नगरी से जोड़ने वाला पुल
उत्तर प्रदेश में अयोध्या और लखनऊ को जोड़ने वाला 150 करोड़ रुपये का पुल, निर्माण के महज़ छह महीने बाद ही धंस गया. यह पुल पहली ही बरसात का पानी नहीं झेल पाया. इस पुल पर किसी अन्य हादसे को रोकने के लिए पुलिस ने यहां से गुजरने वाले ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया है. एनएचएआई के अधिकारियों का दावा है कि यह स्थिति एक दुर्घटना की वजह से बनी है. हालांकि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो निर्माण में लापरवाही और भ्रष्टाचार की ओर इशारा करते हैं.

उत्तर प्रदेश में रामनगरी अयोध्या को लखनलाल की नगरी लखनऊ से जोड़ने के लिए बनाया गया पुल पहली बरसात भी नहीं झेल पाया. महज छह महीने में ही यह पुल धंसने लगा है. सपा सांसद अवधेश प्रसाद के घर के पास सहादतगंज में बने इस पुल में एक छोटे से हादसे के बाद कई जगह क्रेक आ गया है. आलम यह है कि किसी अन्य दुर्घटना को रोकने के लिए अयोध्या पुलिस ने इस पुल पर आने वाले ट्रैफिक को सर्विस लेन पर डायवर्ट कर दिया है. उधर, एनएचएआई के अधिकारी इस मामले में जवाब देने से बचने की कोशिश कर रहे हैं.
एनएचएआई के सीनियर इंजीनियर का दावा है कि इस पुल में क्रेक एक सड़क दुर्घटना के बाद आया है, लेकिन मौके तस्वीरें और हालात इस पुल के निर्माण में भ्रष्टाचार और लापरवाही को साफ उजागर करती हैं. इस पुल में आए क्रेक को लेकर हार्दिक कंस्ट्रक्शन के सीनियर इंजीनियर उपेंद्र कुमार सिंह का बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें वह फ्लाईओवर पर जलभराव की बात कह रहे हैं. इससे जाहिर होता है कि पुल के निर्माण के समय ठीक से लेबलिंग नहीं की गई. इसकी वजह से पुल के ऊपर पानी भरा. यही नहीं, पुल पर से पानी की निकासी के लिए भी कोई इंतजाम नहीं किया गया.
पुलिस ने डायवर्ट किया ट्रैफिक
टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत में एनएचएआई के इंजीनियर ने दावा किया कि महज 30 मिनट में पुल की रिपेयरिंग कर दी जाएगी. हालांकि सोशल मीडिया में उनका बयान आ रहा है कि दो दिन में पुल दोबारा से चालू होगा. फिलहाल पुलिस ने किसी अन्य हादसे को रोकने के लिए इस फ्लाईओवर को ही बंद कर दिया है और इससे गुजरने वाले सारे ट्रैफिक को वैकल्पिक मार्ग पर डायवर्ट कर दिया है.
शहर के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ने के लिए बना पुल
हाईवे नंबर-27 पर नवनिर्मित इस ओवरब्रिज के धंसने की खबर से हड़कंप मच गया. आनन फानन में एनएचएआई ने जेसीबी की मदद से मलबे को हटा दिया और एंट्री पॉइंट पर बैरियर लगा दिया गया. बताया जा रहा है कि लेन की रेलिंग में भी क्रेक आया है. आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक शहर के पश्चिमी व पूर्वी हिस्से को जोड़ने वाली 22 किमी लंबी सड़क पर इस पुल का निर्माण दो साल पहले 150 करोड़ की लागत से शुरू किया गया था. अब इस पुल के धंसने से लोग एनएचएआई के काम की गुणवत्ता पर सवाल उठा रहे हैं.



