डिब्बा खोला और होश उड़े! कचौड़ी-सब्जी में मिली मरी छिपकली, दुकानदार ने कहा- ‘दूसरी ले लो’
बाराबंकी में 'गुप्ता जी की स्वादिष्ट कचौड़ियां' दुकान पर एक ग्राहक को कचौड़ी की सब्जी में मरी हुई छिपकली मिली, जिससे खाद्य सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठे हैं. दुकानदार ने लापरवाही दिखाते हुए दूसरी कचौड़ी देने की बात कही. मौके पर पुलिस बुलाई गई. जांच में दुकान पर अवैध रूप से घरेलू एलपीजी सिलेंडर का भी इस्तेमाल किया जा रहा था. इस घटना से शहर में खाद्य दुकानों की स्वच्छता को लेकर चिंता बढ़ गई है, और प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है.
बाराबंकी के नगर कोतवाली क्षेत्र स्थित पुलिस लाइन चौराहा के पास कुछ ऐसा हुआ जिसने सभी को हैरान कर दिया. यहां मौजूद दुकान ‘गुप्ता जी की स्वादिष्ट कचौड़ियां’ पर गंभीर लापरवाही का चौंकाने वाला मामला सामने आया है. शनिवार दोपहर को एक ग्राहक ने दुकान से कचौड़ी और सब्जी खरीदी. ग्राहक ने इसे पैक करवाया और घर पर खाने की सोची. घर जाने के बाद उसने सब्जी का पत्तल खोला तो उसके होश उड़ गए. सब्जी में एक मरी हुई छिपकली पड़ी थी. ये देखकर वो घबरा गया. मन में ये सवाल उठा कि अगर ये सब्जी परिवार का कोई सदस्य खा लेता तो उसकी जान तक को खतरा था. ये घटना जानलेवा भी हो सकती थी. स्थिति की गंभीरता समझते हुए वो तुरंत खाना उठाकर सीधा दुकान पर जा पहुंचा.
ग्राहक ने जैसे ही दुकानदार को पूरी घटना बताई तो दुकानदार का रवैया और भी चौंकाने वाला था. उसने बिना अफसोस और जिम्मेदारी के बस इतना कहा कि इसे फेंक दो और दूसरी ले लो. इस लापरवाही ने ग्राहक का गुस्सा बढ़ा दिया और उसने तुरंत डायल 112 पर फोन कर पुलिस को घटना की जानकारी दी.
मौके पर पहुंची पुलिस
कुछ देर में पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए. इसी दौरान दुकानदार तेजी से सामान समेटकर दुकान बंद करने की कोशिश करने लगा. लेकिन तभी मीडिया भी वहां पहुंच गई और एक और बड़ा खुलासा हुआ.
दुकान पर घरेलू एलपीजी सिलेंडरों का व्यावसायिक उपयोग किया जा रहा था, जो पूरी तरह अवैध है. व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में घरेलू सिलेंडरों का इस्तेमाल न सिर्फ कानून का उल्लंघन है बल्कि ये खतरा भी बढ़ाता है.
स्वच्छता को उठे लेकर
इस घटनाक्रम के बाद शहर के लोगों में नाश्ता, कचौड़ी और फास्ट फूड दुकानों की स्वच्छता को लेकर चिंता बढ़ गई है. स्थानीय निवासियों ने खाद्य एवं औषधि विभाग से मांग की है कि शहर की सभी छोटी-बड़ी खाद्य दुकानों की कड़ी जांच, स्वच्छता निरीक्षण और नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाए.
लोगों का कहना है कि अगर समय रहते ये लापरवाही सामने न आती तो किसी की जान भी खतरे में पड़ सकती थी. अब सबकी नजरें प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटना फिर न हो सके.