चंदौली: लतीफ शाह मजार के नीचे मंदिर? खुदाई में मिली भगवान विष्णु की खंडित मूर्ति

उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में स्थित लतीफ शाह मजार के नीचे बन रहे बाबा बनवारी दास मंदिर की खुदाई के दौरान भगवान विष्णु की एक प्राचीन मूर्ति मिली है, जोकि खंडित है. मूर्ति की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं. मंदिर के पुजारी का कहना है कि मूर्ति का मिलना इस बात का संकेत हो सकता है कि यहां पहले कोई पुराना मंदिर मौजूद था.

खंडित मिली विष्णु मूर्ति Image Credit:

यूपी के चंदौली में भगवान विष्णु की एक खंडित मूर्ति मिली है. ये मूर्ति चकिया इलाके में तब मिली, जब यहां लतीफ शाह मजार के नीचे स्थित बाबा बनवारी दास के मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा था. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसे लेकर लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है.

बनवारी दास मंदिर के पुजारी अवधेश ने बताया कि खुदाई में भगवान की अन्य मूर्तियों के अवशेष भी मिले हैं, जो इस स्थान पर पूर्व में मंदिर होने की संभावना को और पुख्ता करते हैं. लोगों का मानना है कि अगर यहां खुदाई की जाए तो और भी धार्मिक अवशेष मिल सकते हैं.

चादर चढ़ाने आते हैं लोग

लतीफ शाह मजार चकिया इलाके का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है. यह मजार मुस्लिम समुदाय की आस्था से खासतौर से जुड़ी हुई है. यहां लोग चादर चढ़ाकर अपनी मन्नतें मांगते हैं. इसके अलावा यहां हर गुरुवार को मेला भी लगता है. मुस्लिमों के साथ- साथ हिंदू भी यहां बड़ी तादाद में नजर आते हैं. जिसके चलते यह स्थल गंगा-जमुनी तहजीब के तौर पे देखा जाता है. लेकिन अब यहां पर भगवान विष्णु की मूर्ति का मिलना, अलग ही कहानी बयां करता है.

कौन थे हजरत अब्दुल लतीफ शाह

हजरत अब्दुल लतीफ शाह मस्तान 20वीं सदी के एक प्रसिद्ध सूफी संत थे जो प्रेम और आध्यात्मिकता के जरिए भाईचारे का संदेश देते थे. उनका जन्म 1869 में सिंध पाकिस्तान में हुआ था. वह एक मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखते थे. उनके पिता शाह हबीब के बारे में कहा जाता है कि वे एक विद्वान व्यक्ति थे.

बांध का क्या है इतिहास

लोगों को इस बात की स्पष्ट जानकारी नहीं है कि लतीफ शाह चंदौली कब आए लेकिन यह निश्चित रूप से कहा जा सकता है कि 1921 में चकिया क्षेत्र में कर्मनाशा नदी पर बना बांध उन्हीं के नाम पर लतीफ शाह बांध रखा गया. उनकी दरगाह इसी बांध के पास स्थित है बरसात के मौसम में जब झरनों से पानी गिरता है तो यहां पर्यटकों की खासी भीड़ देखने को मिलती है. लोग यहां प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए आते हैं.

रिपोर्ट- विवेक कुमार पाण्डेय