फर्जी देश-नकली दूतावास, फ्रॉड एंबेसडर…गाजियाबाद में कैसे खुल गई दो देशों की ‘एंबेसी’
उत्तर प्रदेश पुलिस की एसटीएफ ने गाजियाबाद में दबिश देकर कई देशों के फर्जी दूतावास का खुलासा किया है. यूपी एसटीएफ ने हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया है, वह खुद को कई देशों का एंबेसडर बताता था. तलाशी में आरोपी के पास से 44 लाख रुपये नकद, विदेशी मुद्रा, डिप्लोमैटिक नंबर प्लेटें और लग्जरी कारें आदि बरामद हुई हैं.

राष्ट्रीय राजधानी से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में कई देशों के फर्जी दूतावास का खुलासा हुआ है. यह फर्जी दूतावास किराए की कोठी में संचालित हो रहा था. मुखबिर की सूचना पर पहुंची यूपी एसटीएफ की टीम ने खुद को इन देशों का एंबेसडर बताने वाले व्यक्ति को अरेस्ट किया है. इस व्यक्ति की पहचान हर्षवर्धन जैन के रूप में हुई है. एसटीएफ ने इस फर्जी दूतावास से 44 लाख 70 हजार रुपये की नगदी, कई देशों की विदेशी करेंसी, 20 डिप्लोमेटिक गाडियों के नंबर प्लेट, चार डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट लगी लग्जरी गाडियां समेत अन्य सामान बरामद किया है.
इस संबंध में एसटीएफ ने गाजियाबाद के कविनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक हाल ही में इस फर्जी दूतावास के बारे में सूचना मिली थी. इसमें बताया गया था कि अलग अलग देशों के झंडे और डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट वाली गाड़ियां यहां आती हैं. इस सूचना पर एसटीएफ की टीम ने वेरिफाई किया. इसके बाद एसटीएफ ने विदेश मंत्रलाय को पूरा इनपुट उपलब्ध कराया. इसमें पता चला कि विदेश मंत्रालय को तो इस दूतावास की कोई खबर ही नहीं है. जबकि बिना मंत्रालय की अनुमति के कोई दूतावास शुरू नहीं किया जा सकता.
कई देशों से कर रहा था दलाली
इस इनपुट के बाद एसटीएफ का शक गहरा गया और फिर मंगलवार की रात दबिश हुई. इसके लिए एसटीएफ की टीम रात में करीब 10 बजे कवि नगर थाने पहुंची और यहां से एक दरोगा और सिपाही को साथ लेकर दूतावास में दबिश दी. इस दौरान वहां मौजूद हर्षवर्धन जैन को दबोच लिया गया. उससे पूछताछ की गई तो पता चला कि वह कई वर्षों से देश -विदेश में लोगों को काम दिलाने के नाम पर दलाली कर रहा था. उसने बताया कि दूनिया में कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने माइक्रो नेशन के नाम पर स्वंयभू देश बना रखा है. ऐसे लोग हर देश में सरकार एवं निजी कंपनियों की दलाली का काम करते हैं. इनमें सेबोर्गा, वेस्ट अर्टिका, पौल्विया, लोडोनिया आदि स्वयंभू देश शामिल हैं.
दो देशों की चला रहा था एंबेसी
आरोपी ने एसटीएफ की पूछताछ में बताया कि उसने सेबोर्गा एवं वेस्ट आर्टिका के लोगों के साथ मिलकर भारत में निजी दूतावास बनाया था. इस दूतावास की मदद से वह इन देशों के नागरिकों की मदद करता था. इसके बदले में वह मोटी रकम वसूल करता था. दूतावास की गाड़ियों की तर्ज पर उसने अपनी चार-चार गाडियों पर डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट लगा रखे थे. एसटीएफ के अधिकारियों के मुताबिक आरोपी ने सेबोर्गा देश से डिप्लोमेटिक पासपोर्ट भी बनवा रखे थे.
चंद्रास्वामी और अदनान खगोशी से भी रहा संबंध
एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक आरोपी ने लोगों पर प्रभाव जमाने के लिए अपने फेसबुक पर भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित अन्य देश के जाने माने नेताओं की फोटो को एडिट कर उनके साथ अपनी फोटो लगा रखी थी. इसी तरह की कुछ फोटो उसने अपने दूतावास कार्यालय में भी लगाया था. पूछताछ पता चला कि आरोपी कुख्यात तांत्रिक चंद्रास्वामी और इंटरनेशनल आर्म्स डीलर अदनान खगोशी के भी संपर्क में रहा है. एसटीएफ ने मौके से आरोपी के ससुर आनंद जैन, भाटिया मोड़ निवासी ईश्वर सिंह और नौकर हेमंत कुमार राजवंशी को भी हिरासत में लिया है.



