पड़ोसी से झगड़े में मां-बाप को हो गई जेल, वियोग में 3 साल के बेटे ने तोड़ दिया दम; झकझोर देगी कहानी

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में हृदय विदारक घटना सामने आई है. यहां पड़ोसी के झगड़े में माता-पिता के जेल जाने के बाद 3 साल के मासूम बेटे की वियोग में मौत हो गई. बच्चा मां-बाप की याद में रो-रोकर बीमार पड़ गया था. जेल प्रशासन ने अंतिम दर्शन की अनुमति नहीं दी, जिसको लेकर परिवार ने खूब हंगामा किया. आखिर में वीडियो कॉल पर बच्चे की मां को उसके अंतिम दर्शन की छूट दी गई.

गोरखपुर में मां बाप को जेल होने पर वियोग में बेटे की हुई मौत Image Credit:

उत्तर प्रदेश में सीएम सिटी गोरखपुर में एक दिल को झकझोर देने वाली घटना हुई है. यहां पड़ोसी के झगड़े में एक दंपत्ति को पुलिस ने पकड़ कर जेल भेज दिया. इधर, मां-बाप से बिछड़कर उनके तीन साल के बच्चे की मौत हो गई है. मां-बाप के जेल जाने के बाद से ही यह बच्चा उनकी याद में रो-रोकर बीमार पड़ गया था. घटना के वक्त वह अपनी 5 वर्षीय बहन के साथ नाना के घर पर रह रहा था. मामला पीपीगंज थाना क्षेत्र में पचगांवा गांव का है.

पुलिस के मुताबिक यहां रहने वाले 35 वर्षीय राहुल पटेल और उनकी पत्नी 32 वर्षीय वंदना पटेल का पड़ोसियों के साथ पहले से विवाद चल रहा था. इसी विवाद में कुछ दिन पहले इनके बीच झगड़ा हो गया. इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने राहुल और वंदना को अरेस्ट कर जेल भेज दिया. ऐसी स्थिति में उनकी पांच साल की बेटी शैलजा और और तीन साल के बेटे सूरज को उनके नाना आकर अपने साथ ले गए थे. अपने नाना के घर जाने के बाद भी सूरज अपने मां बाप के लिए दुखी रहने लगा था.

जेल प्रशासन ने नहीं दी अनुमति

उसके नाना ने बताया कि वह बड़ी मुश्किल से सूरज और शैलजा को समझाने की कोशिश कर रहे थे. शैलजा तो मान गई थी, लेकिन सूरज अपने मां बाप का वियोग बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था. वह अपनी मां को याद कर लगातार रो रहा था. ज्यादा रोने की वजह से सोमवार को उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई. आनन फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस घटना के बाद परिवार वाले शव लेकर मां बाप को अंतिम दर्शन कराने जेल पहुंचे, लेकिन जेल प्रबंधन ने इसकी अनुमति नहीं दी.

शव देखकर बेहोश हो गई मां

ऐसे में लोगों ने वहीं सड़क पर शव रखकर हंगामा शुरू कर दिया. आखिर में पुलिस के हस्तक्षेप से सूरज की मां को वीडियो कॉल पर शव दिखाया गया, लेकिन वह भी शव को देखते ही बेहोश हो गई. यह देखकर जेल में बंद कैदियों से लेकर जेल स्टॉफ भी फफककर रो पड़ा. कुछ यही हाल वीडियो कॉल कराने आए पुलिसकर्मियों का भी था. इसके बाद सूरज के नाना ने शव को श्मशान घाट ले जाकर अंतिम संस्कार कराया.