कानपुर, अयोध्या, मुरादाबाद…. 18 शहरों में मिलेगा सस्ता घर, ग्रीनफील्ड योजना का प्लान तैयार
अगर आप किफायती और अच्छे घर का सपना देख रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद खुश करने वाली है. आने वाले त्योहारी सीजन से पहले उत्तर प्रदेश में एक दर्जन से ज्यादा ग्रीनफील्ड टाउनशिप शुरू होने की तैयारी है.आवास प्राधिकरण की बैठक में सरकार ने इस योजना को दीवाली से पहले लॉन्च करने के निर्देश दिए हैं, जिसके लिए जमीन को इकट्ठा किए जाने पर निर्देश किया गया है.
अगर आप अच्छी और किफायती कीमत पर घर लेने की सोच रहे हैं तो आपको लिए खुशखबरी है. जल्द ही आने वाले त्योहारों से पहले उत्तर प्रदेश के कई शहरों में एक दर्जन से ज्यादा ग्रीनफील्ड टाउनशिप शुरू की जा सकती है. इसको लेकर आवास प्राधिकरण की तरफ से बैठक की गई, जिसमें सरकार की तरफ से इसे शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं.
आवास प्राधिकरण के उपाध्यक्षों को निर्देश में कहा गया है कि वो दिवाली से पहले इस योजना को शुरू करने में तेजी लाएं. इसके लिए सबसे जरूरी काम है कि जमीनें इकट्ठी की जाएं. तभी ग्रीनफील्ड टाउनशिप योजना को शुरू किया जा सकेगा.
किन शहरों में होगी शुरुआत?
ग्रीनफील्ड टाउनशिप योजना को सितंबर तक सात शहरों में शुरू किया जा सकता है. वहीं दीवाली के पहले इसे 11 शहरों में शुरू किया जा सकता है. इस योजना के शुरू होने से आप किफायदी दरों पर अपने घर लेने का सपना पूरा कर सकते हैं. इन ग्रीनफील्ड टाउनशिप योजना को कानपुर, झांसी, मथुरा, मेरठ, अलीगढ़, आगरा, बुलंदशहर, बांदा,अयोध्या, रामपुर, सहारनपुर शहरों में टाउनशिप को बसाया जाएगा.
कितना तैयार किया गया है बजट?
इस योजना को जमीनी तौर पर लाने के लिए 400 करोड़, 306 करोड़ और 292 करोड़ रुपये तय किए गए हैं. इस बजट के तहत मुरादाबाद, सहारनपुर और रामपुर में टाउनशिप योजना को शुरू किया जाएगा. उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से 30 टाउनशिप योजना के लिए 600 करोड़ रुपये का बजट तैयार किया गया था. सरकार ने 2023 में ही राज्य में आवासीय विकास में सुधार और इसको विकास की ओर ले जाने के लिए इस नई टाउनशिप योजना के बारे में बताया था.
इस योजना को सफल बनाने के लिए तकरीबन 12.5 एकड़ की जमीन की आवश्यकता होगी. इसको लेकर सरकार की तफर से 50 फीसदी के भूमि अधिग्रहण के खर्चे को सरकार की तरफ से देने की बात कही गई है. इन पैसों को 20 सालों में चुकाए जाने का समय है. ग्रीनफील्ड योजना को लेकर आवास विभाग के सचिव गुरुप्रसाद की तरफ से बैठक की गई.