कॉल करने के बाद भी नहीं आई एंबुलेंस, घायल को चारपाई पर लादकर पहुंचाना पड़ा अस्पताल

झांसी में एक घायल मरीज को एंबुलेंस नहीं मिली. उसे चारपाई पर लादकर अस्पताल ले जाना पड़ा. इस दौरान परिजनों ने अस्पताल पर मरीज के इलाज में भी लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया है.

झांसी में मरीज को चारपाई पर ले जाना पड़ा अस्पताल

झांसी के बम्हरौली गांव से एक शर्मनाक मामला सामने आया है. यहां कोमल नाम का 35 वर्षीय युवक फिसलकर घायल हो गया. परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराने के लिए एम्बुलेंस सेवा 108 को कई बार कॉल किया लेकिन फिर भी मदद नहीं मिली. ऐसे में परिजनों को मजबूरी में चारपाई समेत लोडर वाहन से सीएचसी मोंठ के ट्रामा सेंटर तक पहुंचाना पड़ा.

घायल के परिजनों ने बताया कि घायल को चारपाई पर ही लादकर अस्पताल के अंदर ले जाना पड़ा. इस दौरान उन्हें अस्पताल में सही इलाज भी नहीं मिला. परिजनों ने डॉक्टर्स पर इलाज में लापरवाही बरतने और एक्स-रे करने से भी इनकार करने का आरोप लगाया. अस्पताल परिसर में ही डॉक्टर्स और परिजनों के बीच कहासुनाी हो गई.

पुलिस ने किसी तरह कराया मामला शांत

इस दौरान मामला इतना बढ़ गया कि देखते ही देखते दर्जनों परिजन और ग्रामीण अस्पताल परिसर में एकत्रित हो गए. स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल कर्मियों ने तत्काल मोंठ पुलिस को सूचना दी. इसके बाद मोंठ कोतवाल अखिलेश द्विवेदी मौके पर पहुंचे और किसी तरह लोगों को शांत कराया.

एम्बुलेंस सेवा फेल, ग्रामीणों ने खुद उठाया जिम्मा

घायल के पड़ोसी भारत ने बताया कि उन्होंने 108 एम्बुलेंस पर बार-बार कॉल किया, लेकिन किसी कारणवश वाहन नहीं भेजा गया. हमारे पास कोई विकल्प नहीं था, इसलिए पड़ोसियों की मदद से कोमल को चारपाई समेत लोडर गाड़ी में रखकर अस्पताल लाए हैं. उन्होंने आगे कहा कि सरकारी सुविधाएं सिर्फ कागजों तक सीमित हैं. जब जरूरत पड़ती है तो आम आदमी को खुद संघर्ष करना पड़ता है.

घायल की मां का दर्द: गरीबी में इलाज कराना भी गुनाह है

घायल की मां रानी ने बताया कि उनके बेटे की हालत गंभीर है, लेकिन चिकित्सक ध्यान नहीं दे रहे हैं. हम गरीब लोग हैं. झांसी जाकर इलाज कराने में असमर्थ हैं. यहां एक्स-रे तक नहीं किया. डॉक्टरों की लापरवाही से मेरे बेटे की हालत और बिगड़ सकती है.

अस्पताल छोड़कर निजी पैथोलॉजी पहुंचे परिजन

पुलिस के हस्तक्षेप के बाद भी परिजन सरकारी अस्पताल की सुविधाओं से नाराज होकर घायल कोमल को चारपाई समेत उठाकर बाहर ले गए. वे लोग करीब 100 मीटर की दूरी पर स्थित एक निजी पैथोलॉजी सेंटर पर पहुंचे. फिर जाकर घायल का कही एक्सरे हुआ.

चिकित्साकर्मियों ने की शिकायत

अब सीएचसी मोंठ के चिकित्साकर्मियों ने इस घटना की लिखित शिकायत मोंठ थाना पुलिस को दी है. शिकायत में लिखा गया है कि घायल के इलाज के दौरान लगभग 30 महिला-पुरुषों ने ड्यूटी पर तैनात स्टाफ से अभद्रता, गाली-गलौज और धमकी दी. इससे इलाज का काम प्रभावित हुआ.