कानपुर में अवैध रोहिंग्या-बांग्लादेशी की तलाश तेज, पुलिस झुग्गियों में कर रही छापेमारी
कानपुर में अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशी प्रवासियों के खिलाफ पुलिस ने बड़ा अभियान चलाया है। झुग्गी-झोपड़ियों में 950 से ज़्यादा लोगों से पूछताछ की गई और कई नकली आधार कार्ड बरामद हुए. मोहम्मद साहिल नाम के एक व्यक्ति की गिरफ़्तारी के बाद यह अभियान तेज हुआ. पुलिस ने असम और झारखंड से आए लोगों की ज़्यादा संख्या पाई है.

अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशी प्रवासियों की मौजूदगी को लेकर कानपुर की झुग्गी-झोपड़ियों में तलाशी अभियान किया जा रहा है. पुलिस की ओर से व्यापक तौर पर चलाए जा रहे इस अभियान में 950 लोगों से पूछताछ की जा चुकी है. यहां के बड़ा चौराहा एरिया पर रोहिंग्या मोहम्मद साहिल को गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद से ही पुलिस ने तलाशी अभियान को बढ़ाया है. पुलिस शक के घरे में आए लोगों के आधार कार्ड्स की भी जांच कर रही है. इनमें से ज्यादातर आधार कार्ड असम के बारपेटा, कामरूप, कोकराझार और झारखंड के पाकुड़ जिले का है. अब ये आधार कार्ड फर्जी हैं, या फिर असली इसकी जांच की जा रही है.
इन सभी आधार कार्ड के नंबर को क्राइम ब्रांच को भेज दिया गया है. इनमें से जिन आधार कार्ड को फर्जी पाया जाएगा, उनपर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही वो यहां तक कैसे पहुंचे इसकी भी जांच की जाएगी. पुलिस को कुछ महीने पहले ही शासन से पत्र मिला था, जिसमें अवैध प्रवासियों की पहचान के साथ उनके खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया था. जिसके बाद पुलिस की जांच में 20 मई को बड़ा चौराहा पर ऑटो ड्राइवर मोहम्मद साहिल को पकड़कर जब पूछताछ की गई तो उसके डॉक्यूमेंट्स फर्जी निकले.
बांग्लादेश के शरणार्थी कैंप से आया था
डॉक्यूमेंट में आधार कार्ड और ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी था. साहिल ने खुलासा किया कि वह आठ साल पहले बांग्लादेश के एक शरणार्थी कैंप से शुक्लागंज आया था. उसके परिवार के 14 सदस्य, जिसमें पत्नी, बच्चे, माता-पिता और भाई शामिल हैं, स्थानीय झुग्गी-झोपड़ी में रह रहे थे. सभी के डॉक्यूमेंड फर्जी निकले. साहिल ने बताया कि उसके घरवाले मूल रूप से म्यांमार में रहते हैं.
इसके बाद पुलिस ने शहर की 16 झुग्गी-झोपड़ियों में क्राइम ब्रांच, लोकल इंटेलिजेंस यूनिट (एलआईयू) और थाना पुलिस की संयुक्त टीमें तैनात कीं. डीसीपी क्राइम एमएस कासिम आबिदी ने बताया कि संदिग्धों की तलाश में कानपुर के साथ-साथ इससे सटे आसपास के जिलों में भी छानबीन जारी है.
अब तक की जांच में असम और झारखंड से आए लोगों की संख्या अधिक पाई गई है. संदिग्ध आधार कार्डों का सत्यापन पूरा होने के बाद पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी. पुलिस ने एक अन्य मामले में बांग्लादेशी अब्दुल जलील के खिलाफ ठगी की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज की है. जांच में पता चला कि उसके द्वारा दिए गए पते पर कोई व्यक्ति नहीं रहता. शहर में अवैध प्रवासियों के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा, ताकि सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जा सके.
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