लखनऊ: कल जेपी नड्डा ने दिया 2027 की जीत का मंत्र, आज BJP की SIR को लेकर बड़ी बैठक
लखनऊ बीजेपी दफ्तर में बीते दिन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संगठनात्मक बैठक में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने 2027 की जीत के लिए SIR अभियान में पूरी ताकत झोंकने पर जोर दिया. वहीं, आज पार्टी ने SIR को लेकर बड़ी बैठक बुलाई है, जिसकी अध्यक्षता सीएम योगी करेंगे.
उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान को तेज करने के लिए बीजेपी ने रविवार को (21 दिसंबर) को लखनऊ में एक बड़ी बैठक बुलाई है. यह बैठक इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में होगी, जिसकी अध्यक्षता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा की बैठक के ठीक अगले दिन इसका आयोजन काफी अहम माना जा रहा है.
इस बैठक में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष पंकज चौधरी, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक सहित पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता, सांसद, विधायक और बूथ लेवल एजेंट (BLA) शामिल होंगे. बैठक में मुख्य रूप से SIR समयसीमा में पूरा करने की रणनीति, मतदाता सूची से कटने वाले नामों का गहन सत्यापन और बूथ स्तर निगरानी को मजबूत करने पर फोकस होगा.
शहरी क्षेत्रों में नाम कटने से बीजेपी को खतरा?
मुख्यमंत्री योगी ने हाल ही में गोरखपुर में पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि SIR में शत-प्रतिशत योगदान दें. उन्होंने चेतावनी दी कि गलत नाम किसी भी कीमत पर सूची में न जुड़ें और सही नाम न कटें. वहीं, इस बैठक में पात्र मतदाताओं को जोड़ने और शहरी क्षेत्रों में वोटरों के ग्रामीण इलाकों में शिफ्ट होने की प्रवृत्ति पर रोकथाम को लेकर दिशा-निर्देश दिए जा सकते हैं.
वहीं, शनिवार को बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने साफ कहा कि 2027 का विधानसभा चुनाव जीतना है तो SIR अभियान में पूरी ताकत झोंकनी होगी. SIR की डेडलाइन नजदीक है, कार्यकर्ताओं को सक्रिय होकर पात्र मतदाताओं के नाम जुड़वाने और गलत नाम हटाने में जुटना होगा. साथ ही शहरी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर नाम कटने को बीजेपी के लिए खतरा बताया.
विपक्ष की तुलना में बीजेपी कार्यकर्ता कम सक्रिय
बीजेपी के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी के नेतृत्व में पार्टी इस अभियान को बूथ स्तर तक ले जा रही है. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, SIR में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और आज की बैठक में जमीनी कार्यकर्ताओं को स्पष्ट निर्देश दिए जाएंगे. 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए बीजेपी मतदाता सूची को अपनी सबसे बड़ी ताकत मान रही है.
पार्टी का दावा है कि SIR से मतदाता सूची शुद्ध होगी और बीजेपी समर्थकों का कोई नुकसान नहीं होगा. जबकि सीएम योगी ने कार्यकर्ताओं की सुस्ती पर कड़ी नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि विपक्ष की तुलना में बीजेपी कार्यकर्ता SIR में कम सक्रिय हैं. SIR की विस्तारित डेडलाइन 26 दिसंबर तक है, आज की बैठक बीजेपी की चुनावी तैयारियों के लिए अहम होगी.