धर्मांतरण रैकेट को नेस्तनाबूद करने के लिए करें AI का इस्तेमाल, पुलिस को CM योगी के निर्देश

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को AI के इस्तेमाल से धर्मांतरण रैकेट को ध्वस्त करने पर जोर दिया. उन्होंने साइबर अपराध, सोशल मीडिया दुष्प्रचार और अंतरराष्ट्रीय धर्मांतरण रैकेट पर सख्त निगरानी रखने को कहा है. साथ ही, सीमा सुरक्षा को लेकर भी कड़े निर्देश दिए हैं.

लखनऊ में पुलिस मंथन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ Image Credit:

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लखनऊ में ‘पुलिस मंथन’ सीनियर पुलिस ऑफिसर्स कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. सीएम ने इस दौरान यूपी पुलिस को उनके कामों के लिए पीठ भी थपथपाई. साथ ही प्रदेश में कानून व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये. सीएम योगी ने पुलिसकर्मियों को जनता का विश्वास जीतने को कहा.

सीएम योगी ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को विशेष रूप से सोशल मीडिया और साइबर क्राइम पर सख़्त निगरानी रखने के निर्देश दिए. उन्होंने सोशल मीडिया पर कानून-व्यवस्था, जातीय एवं धार्मिक सौहार्द प्रभावित करने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने को कहा. साथ ही धर्मांतरण रैकेट को ध्वस्त करने के लिए AI के इस्तेमाल पर जोर दिया.

आपत्तिजनक कंटेंट पर कठोर कार्रवाई के निर्देश

मुख्यमंत्री ने पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल की ओर से प्रदेश में बढ़ने वाली आतंकी गतिविधियों और नशीले पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाने के लिए सीमा सुरक्षा एवं आतंकवाद निरोधक तंत्र को तकनीकी रूप से सुदृढ़ करने के निर्देश दिये. साथ ही गो-तस्करी और धर्मांतरण के लिए चलाए जा रहे संगठित गिरोह पर सख्त कार्रवाई करने को कहा.

उन्होंने सोशल मीडिया के दुरुपयोग, दुष्प्रचार, डीपफेक, डार्कवेब, साइबर अपराध एवं आतंकी नेटवर्क जैसी चुनौतियों पर गहरी चिंता व्यक्त की. साथ ही पुलिस और इंटेलिजेंस तंत्र को सोशल मीडिया पर कानून-व्यवस्था, जातीय एवं धार्मिक सौहार्द को प्रभावित करने वाले आपत्तिजनक कंटेंट पर तत्काल कठोर कार्रवाई करने को कहा.

अराजकता फैलाने वाले पर ढिलाई बर्दाश्त नहीं

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जाति या धर्म के नाम पर समाज को विभाजित करने, पुलिस पर दबाव बनाने अथवा अराजकता फैलाने वाले तत्वों के प्रति किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरती जाएगी. ऐसे पोस्ट, फेक अकाउंट एवं संगठित दुष्प्रचार अभियानों की पहचान कर उनके खिलाफ विधिसम्मत कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए.

उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व महापुरुषों के नाम का दुरुपयोग कर नए-नए संगठन बनाकर अराजकता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं. पुलिस को ऐसे संगठनों की पृष्ठभूमि की गहन जांच करना चाहिए. साथ ही उन्होंने उनके नेटवर्क को ध्वस्त करने के लिए कानून के दायरे में सख़्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.

धर्मांतरण की घटनाओं पर विशेष सतर्कता

मुख्यमंत्री ने धार्मिक कन्वर्जन को गंभीर चुनौती बताते हुए कहा कि बलरामपुर जैसी घटनाएं संकेत हैं कि ऐसे प्रयास संगठित रूप से किए जा रहे हैं. पुलिस एवं इंटेलिजेंस को निर्देश दिए कि धार्मिक कन्वर्जन से जुड़ी गतिविधियों पर सतत निगरानी रखी जाए, सोशल मीडिया के माध्यम से इंटेलिजेंस को और मजबूत किया जाए.

मुख्यमंत्री ने ‘अंतरराष्ट्रीय फंडेड धर्मान्तरण रैकेट’ की रोकथाम के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), वित्तीय ट्रेल, तकनीकी विश्लेषण एवं आधुनिक संसाधनों के प्रभावी उपयोग को और मजबूत करने के निर्देश दिए. इसके लिए विभागीय समन्वय एवं सुरक्षा एजेंसियों के बीच रियल-टाइम सूचना साझा कर अपराधी नेटवर्क का मनोबल तोड़ने के निर्देश दिए.

गो-तस्करी मामलों में केवल गिरफ्तारी पर्याप्त नहीं

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि गो-तस्करी के मामलों में केवल त्वरित गिरफ्तारी पर्याप्त नहीं है, बल्कि पूरे नेटवर्क एवं उसके मास्टरमाइंड की पहचान कर उनके विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए. इससे प्रदेश में ऐसे संगठित अपराधों के विरुद्ध कड़ा संदेश जाएगा और गो-तस्करी एवं उससे जुड़े अपराधों पर प्रभावी रोक सुनिश्चित हो सकेगी.