कफ सिरप केस: IG की अगुवाई में बनी SIT, अब तक 128 FIR-35 गिरफ्तार, और क्या कर रही है सरकार?
योगी सरकार ने कोडीन कफ सिरप की तस्करी पर भारी कार्रवाई की है. 128 FIR दर्ज कर 3.5 लाख से अधिक बोतलें जब्त की गईं और 35 तस्कर गिरफ्तार हुए. मुख्यमंत्री के निर्देश पर पूरे मामले की जांच के लिए SIT गठित करने का ऐलान किया गया है. ED भी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है.
योगी सरकार ने नशीली कोडीन कफ सिरप की अवैध बिक्री और तस्करी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत बड़ी कार्रवाई की है. मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश पर पूरे मामले की जांच के लिए SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम) गठित करने का ऐलान किया गया है. सोमवार को लखनऊ में गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद, डीजीपी राजीव कुमार कृष्ण और FSDA कमिश्नर रौशन जैकब ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अब तक की कार्रवाई का विस्तृत ब्यौरा दिया.
प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी इस मामले को अपने हाथ में ले लिया है. मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध कमाई के कोण से जांच होगी. डीजीपी राजीव कुमार कृष्ण ने कहा, ‘मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है ड्रग माफिया के खिलाफ जीरो टॉलरेंस. चाहे वह कोडीन सिरप हो या कोई अन्य नशीली दवा, सभी पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी.’
40 जनपदों में विक्रेताओं की जांच हुई- प्रमुख सचिव
प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने बताया कि कोडीन युक्त कफ सिरप की अवैध बिक्री मामले में आईजी की अध्यक्षता में एसआईटी गठित होगी. फैंसीडिल सिरप बनाने वाली कंपनी 3B और ग्लोबिन फार्मा सहित कई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स की जांच की गई. 40 जनपदों में विक्रेताओं की जांच हुई. कोडीन कफ सिरप के अलावा ट्रामाडोल एक्ट्राजोलम मामले में FIR हुई है.
अबतक 128 FIR, 32 लोग और अरेस्ट किए- DGP
डीजीपी ने बताया कि पिछले दो महीने से साक्ष्य संकलन किए गए. यूपी के कुल जनपद में 128 FIR की गई. गाजियाबाद में चार ट्रक कफ सिरप बरामदगी हुई. उस नेटवर्क की फाइनेंशियल लिंकेज को स्टैब्लिश करते हुए कार्रवाई की जा रही है. अब तक साढ़े तीन लाख बोतलों की रिकवरी हुई है. पांच में से तीन आरोपी अरेस्ट हुए थे. जबकि 32 लोग और अरेस्ट किए गए.
एमपी की घटना से इस मामले का संबंध नहीं- कमिश्नर FSDA
कमिश्नर FSDA रौशन जैकब ने स्पष्ट किया कि मध्यप्रदेश में हुई दुखद घटना (जहां नशीले कफ सिरप से कई लोगों की मौत हुई थी) का इस मामले से कोई सीधा संबंध नहीं है. नारकोटिक श्रेणी की दवाइयां और कोडीन कफ सिरप की समस्या तब है जब थोक मात्रा में सप्लाई करते हैं और डॉक्यूमेंट नहीं रहता. जो कम्पनियां हैं उनके मैन्युफैक्चरिंग फर्म को देखा गया.
SIT पूरे नेटवर्क को उखाड़ फेंकेगी- DGP
डीजीपी राजीव कुमार कृष्ण ने कहा, फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन को हम लोग जांच रहे हैं. बांग्लादेश और नेपाल में बड़े पैमाने पर बेचे जाने का इनपुट मिला है. अभी लिंकअप निकाला जा रहा है. सख्त कार्रवाई जारी रहेगी. मुख्य लोग इसे इल्लीगल कहीं और डायवर्ट कर रहे थे, और उन पर कार्रवाई हो रही है.
उन्होंने कहा कि SIT पूरे नेटवर्क को उखाड़ फेंकेगी. 2023-24 में भी फैंसीडिल सिरप के बड़े रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था. इस बार का ऑपरेशन उससे कई गुना बड़ा और व्यापक है. यूपी पुलिस और FSDA की साझा कार्रवाई को नशे के कारोबार पर अब तक की सबसे बड़ी चोट माना जा रहा है. जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है.
