KGMU के डॉक्टर दंपति पर ठगी का आरोप, फर्जी कंपनी बनाकर हड़पे 30 लाख रुपये
केजीएमयू के डॉक्टर दंपति और एक अन्य पर निवेश घोटाले का आरोप लगा है. पीड़ितों ने चौक कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई है. उनका आरोप है कि डॉक्टर दंपति ने "Green by Veda" नामक कंपनी में निवेश का झांसा देकर पैसा ऐंठा है. पैसे वापस मांगने पर जान से मारने और कैरियर खराब करने की धमकी भी दी.
लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) के तीन डॉक्टरों के खिलाफ ठगी के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है. उनपर जूनियर रेसिडेंट डॉक्टरों से निवेश के नाम पर पैसे ऐंठने का आरोप है. तीनों ने “Green by Veda” नामक एक फर्जी कंपनी बनाया. जिसमें निवेश का झांसा अपने सहकर्मियों से 30 लाख रुपए हड़प लिए. अब इस मामले में तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया है.
केजीएमयू में जूनियर रेसिडेंट के रूप में कार्यरत मोहम्मद आमिर हुसैन ने तीनों के खिलाफ चौक थाना में केस दर्ज कराया है. इनमें डॉ. साक्षी वर्मा, डॉ. अजय कुमार वर्मा और डॉ. गौरव सिंह के नाम शामिल है. डॉ. साक्षी और डॉ. अजय पति-पत्नी हैं. तीनों के खिलाफ बीएनएस की धारा- 318(A), 338, 336(3), 340(2) और 351(2) के तहत केस दर्ज किया गया है.
मोटा मुनाफा का झांसा देकर हड़प लिए पैसे
पीड़ित डॉक्टर मोहम्मद आमिर हुसैन का कहना है कि उनकी मुलाकात डॉ. साक्षी वर्मा, जूनियर रेसिडेंट, फिजियोलजी विभाग से हुई थी. उन्होंने अपने पति अजय कुमार वर्मा, सीनियर रेसिडेंट, एनाटमी विभाग से करवाया. दोनों ने उन्हें ‘Green by Veda’ नाम की कंपनी के बारे बताया. और निवेश के नाम पर मोटा मुनाफा होने का झांसा दिया. इसके बाद गौरव सिंह से मिलवाया.
इसके बाद पीड़ित ने तीनों के प्रलोभन और उनकी बातों में आकर कंपनी में निवेश करने के लिए Rs. 7,00,000/- दिए, जिसमें से Rs. 2,50,000/- क्रेडिट कार्ड के जरिए और 4,50,000 अजय कुमार वर्मा के निजी खाते में दिए. इसके बाद उन्हें एक होटल में बुलाया और वहां पर कुछ कागजों पे साइन करवा लिए. साथ ही नाजायज़ दबाव बना कर उसे अन्य लोगों को जोड़ने को कहा.
तीन अन्य डॉक्टरों से ऐंठे कुल 21 लाख रुपये
ऐसा न करने पर धमकी दी गई, जिसके बाद पीड़ित डॉक्टर ने अपने कलीग डॉ. मो. फिरोज खान, डॉ. आशुतोष सिंह और वाराणसी के काशीपुर निवासी डॉ. आशीष कुमार से मिलवाया. जिनसे सात नवंबर 2024 से 23 नवंबर 2024 तक कई टुकड़ों में 21 लाख रुपये जमा कर लिए. इसके बाद उन लोगों ने उनसे आधार और पैन कार्ड भी ले लिया और क्रेडिट कार्ड जारी करा लिया.
पीड़ित का कहना है कि तीनों ने उनके कार्ड से दो लाख रुपये और निकाल लिए. इतना ही नहीं, आरोपियों ने उनके नाम पर फर्जी दस्तावेज बनवाए और लोन के लिए आवेदन कर दिया. हालांकि वे सफल नही हो सके. आरोपी उनके, डॉक्टर आशुतोष और फिरोज के नाम पर फर्जी ईमेल आईडी बनाकर कंपनी का प्रचार करने लगे औऱ दुरुपयोग करने लगे.
इतना ही नहीं जब डॉ. आमिर और अन्य पीड़ितों ने मुनाफे और अपन पैसा वापस मांगा तो धमकाने लगे. परेशान होकर पीड़ित ने इनकी शिकायत केजीएमयू प्रशासन से कर दी. इससे नाराज होकर आरोपियों ने डॉ. आमिर के खिलाफ ठगी का झूठा केस साइबर सेल में दर्ज कराकर उनका खाता फ्रीज करा दिया. साथ ही जान से मारने और कैरियर खराब करने की धमकी दी.